कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 8 जुलाई गुरुवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के आवास का दौरा किया और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. इसके बाद अब पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को टीएमसी से सांसद बनाए जाने पर बीजेपी को कोई आपत्ति नहीं है.


दिलीप घोष ने अब उन अटकलों को हवा दी है जो सिर्फ एक कानाफूसी थी और अब उनके बयान के माध्यम से सार्वजनिक हो गई है. उन्होंने कहा, 'आमतौर पर राजनेता राजनीतिक लाभ के बिना कुछ भी नहीं करते हैं. सौरव पश्चिम बंगाल के प्रतीक हैं. यह अच्छा है कि ममता बनर्जी ने उनसे उनके जन्मदिन पर मुलाकात की है. उन्हें राजनीति से बाहर के मशहूर लोगों का ख्याल रखना चाहिए और उन्हें भी सम्मानित किया जाना चाहिए.'


राजनीति में आने से गांगुली ने किया था इनकार


दरअसल, हाल ही में हुए बंगाल चुनाव में बीजेपी सौरव गांगुली को अपनी ओर लाने की कोशिश कर रही थी. उस समय गांगुली ने राजनीति के क्षेत्र में आने से साफ इनकार कर दिया था. बीजेपी चाहती थी कि सौरव गांगुली ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ें. ऐसे में अब ममता की बैठक के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि सौरव गांगुली टीएमसी में शामिल हो सकते हैं.


यह पहली बार है जब टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बेहाला में गांगुली के घर में कदम रखा है. इस दौरान उन्होंने 45 मिनट से अधिक समय बिताया. बता दें कि ममता बनर्जी और सौरव गांगुली के बीच काफी अच्छे संबंध हैं. इसी साल जनवरी में जब सौरव गांगुली को दिल का दौरा पड़ा था तो बनर्जी भी उनकी देखभाल के लिए अस्पताल गई थीं. सौरव को बंगाल क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाने में ममता की बड़ी भूमिका रही है.


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