पश्चिम बंगाल: BJP विधायक कृष्ण कल्याणी TMC में हुए शामिल
इस महीने की शुरुआत में बीजेपी से इस्तीफा देने वाले विधायक कृष्ण कल्याणी आज टीएमसी में शामिल हो गए.
Krishna Kalyani Joins TMC: पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेताओं का तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब इस फेहरिस्त में एक और नया नाम जुड़ गया है. दरअसल, इस महीने की शुरुआत में बीजेपी से इस्तीफा देने वाले विधायक कृष्ण कल्याणी आज टीएमसी में शामिल हो गए. वह ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हुए.
बता दें कि पश्चिम बंगाल के रायगंज से बीजेपी विधायक कृष्ण कल्याणी ने 01, अक्टूबर को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से पार्टी से नाराज़ चल रहे थे. इससे पहले कृष्ण कल्याणी को बीजेपी की तरफ से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था.
West Bengal: BJP MLA Krishna Kalyani, who resigned from the party earlier this month, joins Trinamool Congress in presence of State Minister Partha Chatterjee in Kolkata pic.twitter.com/smPsX7gMs4
— ANI (@ANI) October 27, 2021
इस लिए कृष्ण कल्याणी को मिला था कारण बताओ नोटिस
गौरतलब है कि विधायक कृष्ण कल्याणी रायगंज से बीजेपी सांसद देबाश्री चौधरी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. इसके बाद ही उन्हें पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. उन्होंने कहा था कि मैं उस पार्टी में नहीं रह सकता, जिसमें देबाश्री चौधरी सांसद हैं.
कल्याणी इस साल के शुरू में हुए विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले पांचवे बीजेपी विधायक हैं. इसे विपक्षी बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. वह तृणमूल कांग्रेस के उत्तरी दिनाजपुर जिले के पूर्व अध्यक्ष हैं. वह विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में आ गये थे और उन्हें रायगंज निवार्चन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया गया था. पिछले कुछ समय से उनका उत्तरी दिनाजपुर जिले में पार्टी के मामलों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी से मतभेद चल रहे थे.
कल्याणी का यहां तृणमूल कांग्रेस के मुख्यालय में पार्टी महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी ने स्वागत किया. इस मौके पर कल्याणी ने संवाददाताओं से कहा, ‘आत्मसम्मान वाला कोई भी व्यक्ति बीजेपी में स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर सकता.’
उन्होंने कहा कि वह केंद्र की ‘जनविरोधी नीतियों’ से परेशान भी थे जिसने ईंधन के बढ़ते दामों पर रोक लगाने के लिए एक भी कदम नहीं उठाया. उन्होंने कहा, ‘मैं लगातार सोच रहा था कि मैं अब बीजेपी का हिस्सा नहीं रह सकता. यदि मैंने विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की कल्याणकारी नीतियों के पक्ष में नहीं बोला तो वह मेरी गलती थी जिसे मैं अब सुधारना चाहता हूं.’
इससे पहले सव्यसाची दत्ता ने छोड़ी थी बीजेपी
इससे पहले 07, अक्टूबर को बीजेपी नेता सव्यसाची दत्ता TMC में शामिल हुए थे. वह दो साल पहले तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. वह बीजेपी में पश्चिम बंगाल के सचिव और विधाननगर महानगर पालिका के पूर्व महापौर थे. दत्ता के टीएमसी में शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक ने कहा कि कुछ लोग अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए दूसरी पार्टी में शामिल हो जाते हैं लेकिन जब वे इसे हासिल करने में विफल होते हैं, तो वे वापस लौट जाते हैं.
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