ममता बनर्जी की रैली को BJP ने बताया 'सर्कस', दिलीप घोष बोले-'2021 में CM पद की शपथ नहीं ले पाएंगी'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली को लेकर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हमने आज एक सर्कस देखा. इस बार उनका 95 फीसदी भाषण बीजेपी के लिए था. यह दिखाता है कि वह बीजेपी से डरती हैं.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी आज बीजेपी पर जमकर बरसीं. उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह केंद्रीय एजेंसियों और धन बल का इस्तेमाल करके विपक्ष शासित राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिराने के प्रयास के लिए ‘साजिश रच’ रही है. ममता बनर्जी ने ‘शहीद दिवस’ पर अपनी पहली डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में शासन ‘‘गुजरात और बाहरी द्वारा नहीं बल्कि माटी के लोगों द्वारा किया जाना चाहिए.’’
तृणमूल कांग्रेस 1993 में तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ बनर्जी के नेतृत्व में एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत की याद में हर साल 21 जुलाई को 'शहीद दिवस' रैली आयोजित करती है.
अब बीजेपी ने उनकी रैली को सर्कस करार दिया है. बीजेपी ने कहा कि यह ममता बनर्जी की विदाई रैली थी. पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''हमने आज एक सर्कस देखा. इस बार उनका 95 फीसदी भाषण बीजेपी के लिए था. यह दिखाता है कि वह भारतीय जनता पार्टी से डरती हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''राजनीतिक दलों के लोगों से आने का आग्रह कर रही हैं, क्योंकि कोई भी उनकी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं दावा कर रहा हूं कि वह अगले साल वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ले पाएंगी.''
घोष ने कहा कि बीजेपी को उनकी सरकार अस्थिर करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हारेगी. उन्होंने कहा, '' हमें इसकी आवश्यकता नहीं है और ना ही हम राज्य सरकार को अस्थिर करने में दिलचस्पी रखते हैं. यह सरकार वोट की लोकतांत्रिक ताकत से बाहर होगी. इस राज्य के लोग तृणमूल कांग्रेस की गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं.''
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