पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को दावा किया कि उनके काफिले पर पत्थरों से हमला किया गया. उन्होंने कहा कि वे किसी तरह से इस हमले में बच गए. इस घटना के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सांसद सौमित्र खान के नेतृत्व में कोलकाता स्थित चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया.


दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के सीतलकूची में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर देसी बम और ईंटों से हमला किया. सत्तारूढ़ पार्टी TMC ने इन आरोपों से इनकार किया है.


कार में जिस तरफ कार में वह बैठे थे, उधर की खिड़की का शीशा भी टूटा गया जिसके बाद उन्हें एक ईंट भी आकर लगी. दिलीप घोष ने कहा, “ममता बनर्जी की सभा कैंसिल की जाए. ममता को ब्लॉक किया जाए. नहीं तो बंगाल में खून की नदियां बह जाएंगी और और बंगाल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाएगा.”






घोष ने वीडियो संदेश में कहा, “अगर यह स्थिति है, तो कोई कैसे कूचबिहार में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव की उम्मीद कर सकता है जहां लोगों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बदलाव के पक्ष में मतदान किया था.”


कूचबिहार जिले में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में 10 अप्रैल को मतदान होना है. बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कूच बिहार समेत उत्तर बंगाल में सात सीटें जीती थी. आरोप लगाया गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली से लौट रहे तृणमूल कार्यकर्ता घोष की बैठक में शामिल हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से उलझ गए थे.


घोष ने कहा, “मैं बैठक के बाद अपनी कार में लोगों के वहां से जाने का इंतजार कर रहा था जब टीएमसी का झंडा लिए लोगों ने हम पर बंदूकों, ईंटों, बमों और डंडों से हमला किया गया. यह तालिबानी हमले की तरह था.” उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी पर कई देशी बम फेंके गए.


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