कोलकाता: इन दिनों बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष खासी चर्चा में हैं. उन्होंने एक ऐसा बयान दिया था जिसके बाद वे चर्चाओं में आ गए थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी शासित राज्यों में सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को कुत्ते की तरह गोली मारी गई. अब कोलकाता में उन्होंने गोली मारने की बात तो दोहराई लेकिन कुत्ता शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा- अगर हम सत्ता में आए तो एंटीनेशनल लोगों को जिन्होंने सरकारी संपत्ति का नुकसान किया उन्हें लाठी से पीटा जाएगा, गोली मारी जाएगी, जेलों में डाला जाएगा.


पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष पर दो प्राथमिकी दर्ज, दिलीप घोष ने कहा- परवाह नहीं करता


हालांकि उनके इस बयान की निंदा पार्टी के भी कुछ नेताओं ने की है. पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने हैं और घोष का दोबारा इस पद के लिए चुना जाना तय माना जा रहा है. उन्होंने कहा- जब पश्चिम बंगाल नक्सलवाद से प्रथावित था तब सिद्धार्थ शंकर रे ने कई युवाओं को मारा था. उनकी पीठ पर गोली मारी गई थी. और तब जिन लोगों ने उनकी तारीफें की थीं वे आज अहिंसा की बातें कर रहे हैं.


दिलीप घोष के बयान पर बोलीं ममता बनर्जी- पश्चिम बंगाल पुलिस आंदोलनकारियों पर गोली नहीं चलाएगी


अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए घोष ने कहा- क्या वे लोग बूढ़े हो गए हैं या उनका खून ठंडा हो गया है. ममता बनर्जी दार्जलिंग गई थीं और कहा था कि जो हमसे टकराएगा चूर चूर हो जाएगा. पुलिस फायरिंग में 11 गोरखा मार दिए गए थे. कम्युनिस्टों ने 6 पूर्व ब्लॉक सदस्यों और कई शरणार्थियों को मार डाला था. दिलीप घोष ने कहा कि वे अपने बयान पर माफी मांगने की बजाय केस का मुकाबला करेंगे.


आपको बता दें कि दिलीप घोष के खिलाफ उनके बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने दो प्राथमिकी दर्ज कराई हैं. एक मामला नदिया में और दूसरा उत्तरी 24 परगना जिले में दर्ज कराया गया है. पुलिस में शिकायतों पर घोष ने कहा कि वह इसकी परवाह नहीं करते हैं. उन्होंने कहा- मैं शिकायतों की, या कौन क्या कह रहा है इसकी परवाह नहीं करता. मैं अपने बयान पर कायम हूं.