बरुईपुर (पश्चिम बंगाल):पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को दावा किया कि अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किसी भी हद तक जा सकती है और आरोप लगाया कि देश में किसी भी अच्छी चीज का विरोध करना उनकी आदत बन चुकी है.


नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए घोष ने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस हमेशा विपक्षी दलों की राजनीतिक गतिविधियों को रोकने की ताक में रहती है .शहर के दक्षिणी हिस्से में रैली के लिए जाते समय घोष के काफिले को तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा.


प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘संविधान की शपथ लेने वाली बनर्जी संसद में पारित कानून का विरोध कर रही हैं. अगर वह सोचती हैं कि वह इस तरह अपना वोट बैंक सुरक्षित रख सकती हैं तो वह गलत हैं. हम ऐसा नहीं होने देंगे.’’


बता दें दिलीप घोष ने राज्य में नागरिकता संशोधन कानून लागू करने को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल इस कानून को लागू करने वाला पहला राज्य होगा. इस दौरान दिलीप घोष ने कहा कि न तो ममता बनर्जी और न हीं उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) राज्य में इसे लागू होने से रोक पाएगी. यह कानून राज्य में लागू होकर रहेगा.


बंगाल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था, "इससे पहले उन्होंने (ममता बनर्जी) अनुच्छेद 370 और नोटबंदी का भी विरोध किया था, लेकिन वे केन्द्र सरकार को इसे लागू करने से नहीं रोक पाए. ऐसे ही राज्य में नया नागरिकता कानून लागू होकर रहेगा."


मैं यह काला कानून कभी लागू नहीं करूंगी- ममता


ममता बनर्जी ने कहा , ‘‘जब तक मैं जिंदा हूं ,मैं एनआरसी और नागरिकता कानून कभी लागू नहीं करूंगी. आप चाहें तो मेरी सरकार को बर्खास्त कर दें या मुझे सलाखों के पीछे डाल दें लेकिन मैं यह काला कानून कभी लागू नहीं करूंगी. जब तक यह कानून निरस्त नहीं कर दिया जाता मैं संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करना जारी रखूंगी. अगर वे बंगाल में उसे लागू करना चाहते है. तो उन्हें मेरी लाश पर ऐसा करना होगा.’’


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