पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला, कार पर फेंके गए पत्थर, शीशा टूटा
दिलीप घोष को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई है. हमले के बाद बीजेपी कार्यकर्ता घोष को घटनास्थल से बचाकर ले गए.
पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर अलिपुरद्वार में हमला हुआ है. दिलीप घोष के काफिले पर पत्थर फेंके गए, जिससे कि घोष की गाड़ी के पीछे वाली कार के शीशे टूट गए. हमलावरों की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है. हालांकि दिलीप घोष को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई है. हमले के बाद बीजेपी कार्यकर्ता घोष को घटनास्थल से बचाकर ले गए.
दिलीप घोष गुरुवार को अलिपुरद्वार के दौरे पर थे. एक इलाके से गुज़रते वक्त उनके काफिले पर पत्थर बरसाए गए. बीजेपी के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अचानक 15-20 लोग मौके पर पहुंचे और उनके काफिल पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. हालांकि हालात बिगड़ता देख बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिलीप घोष को वहां से निकाला.
हमले पर दिलीप घोष क्या बोले?
इस घटना के बाद एबीपी न्यूज़ ने दिलीप घोष से बात की. उन्होंने बताया कि सुबह 11 बजे घोटन बॉर्डर पर उनकी एक सभा थी. उनका काफिला वहीं जा रहा था. उन्होंने बताया कि हमारे काफिले पर पथराव हुआ. जगह-जगह खड़े लोगों ने काले झंडे दिखाए. साथ ही नारेबाज़ी भी हो रही थी और हमारी गाड़ी पर पथराव किया गया. उन्होंने बताया कि पत्थर के साथ साथ डंडे से भी हमला हुआ.
दिलीप घोष ने कहा कि इस हमले में कई गाड़ियों को नुकसान हुआ है. हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई है. दिलीप घोष ने पुलिस पर हमलावरों के साथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस उन लोगों के साथ खड़ी थी. ये पहली बार नहीं है. मेरे ऊपर 6-7 बार हमला हुआ है, गाड़ी तोड़ी गई है.
दिलीप घोष ने टीएमसी पर लगाया आरोप
दिलीप घोष ने हमले के बाद टीएमसी पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि एक दो महीने के बाद टीएमसी और उनके गुंडों की हिम्मत नहीं होगी कि वो बीजेपी पर हमला करें. बिहार तक हम जीत गए हैं, इसलिए उनको लगता है कि अब तो बीजेपी पास आ गई है. उससे घबरा कर और ज्यादा कर रहे हैं. गुर्गा पूजा के वक्त भी 5-7 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. लॉकडाउन में भी हमला हुआ."
दिलीप घोष ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बंगाल का ज़िक्र किया और कहा कि उन्हें भी चिंता है, जो बंगाल में घटना हो रही है. उन्होंने कहा कि ये सरकार जब तक रहेगी, ये हिंसा नहीं खत्म होगी. सरकार के साथ साथ इसकी विदाई होगी.
ये भी पढ़ें:
बिहार चुनाव: महागठबंधन और एनडीए में दिखी कांटे की टक्कर, वोट शेयर में रहा महज़ 0.03 फीसदी का अंतर