West Bengal Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में भारी मंथन का दौर चल रहा है. कई राज्यों में पार्टी की हार ने कई सवाल भी खड़े किए. इन सब के बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी में हलचल देखने को मिल रही है. आज बुधवार (19 जून) को बीजेपी ने बुधवार को अभिजीत दास उर्फ बॉबी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के खिलाफ डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ा था.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के राज्यसभा सांसद अनंत राय महाराज की मुलाकात से भी बंगाल की राजनीति गरमाई हुई है. ममता बनर्जी ने अनंत राय से उनके आवास पर मुलाकात की और उन्होंने भी गर्मजोशी के साथ बंगाल की सीएम का स्वागत किया. इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए कहा जा रहा है कि बंगाल बीजेपी में बिखराव की शुरुआत हो चुकी है.
अभिषेक बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले के खिलाफ बीजेपी का एक्शन
राज्य भाजपा इकाई के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जब पार्टी की केंद्रीय तथ्य-खोजी टीम डायमंड हार्बर के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रही थी, जो चुनाव बाद की हिंसा से प्रभावित थे तो उन्हें स्थानीय कार्यकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध का सामना करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पार्टी नेतृत्व ने पार्टी कार्यकर्ताओं की दुर्दशा की उपेक्षा की है जो 4 जून को मतगणना प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से बेघर हो गए हैं.
बीजेपी राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा, "हमें पता चला है कि प्रदर्शनकारी भी दास के करीबी विश्वासपात्र थे. इसलिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उन्हें अगले सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है. आलाकमान के अगले आदेश तक पार्टी से उनकी सदस्यता भी अस्थायी रूप से समाप्त कर दी गई है."
ममता बनर्जी और अनंत राय की मुलाकात के मायने
अनंत राय महाराज उत्तर बंगाल की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं. इस इलाके में बीजेपी ने तेजी से अपने पैर जमाए हैं. अनंत राय को बीजेपी ने एक साल पहले ही पश्चिम बंगाल से राज्यसभा भेजा था. वो राज्य से बीजेपी के टिकट पर राज्यसभा पहुंचने वाले पहले नेता हैं. तर्क दिया जा रहा है कि पिछले साल अमित शाह ने अनंत राय से मुलाकात की थी और उन्हें राज्यसभा भेज दिया गया और अब ऐसे में ममता बनर्जी ने उनसे मुलाकात की है तो आगे क्या होगा?