पश्चिम बंगाल में एक बार फिर बीजेपी और सत्ताधारी टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है. शनिवार को साउथ 24 परगना जिले के नोडाखली गांव में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया. बीजेपी कार्यकर्ता किसान बिल के समर्थन में रैली निकाल रहे थे. इस मामले में सात टीएमसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राज्य में चुनावों के दौरान के हिंसा आम बात है. लेकिन यहां राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हमेशा आती रहती हैं. इससे पहले पिछले महीने दक्षिण 24 परगना के राधानगर बाजार में टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प को रोकने के लिए मौके पर पुलिस की टीम पहुंची. इस दौरान पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया गया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
ममता बनर्जी ने निकाली रैली
दूसरी ओर शनिवार को हाथरस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रैली निकाली. ममता बनर्जी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए हुए देश में ‘तानाशाही’ चलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी महामारी है जो सबसे ज्यादा अनुसूचित जातियों को प्रताड़ित करती है.
ममता बनर्जी ने रैली में कहा, 'मेरा हाथरस जाने और पीड़िता के परिवार से मिलने का मन कर रहा है. जो हुआ, वह निंदनीय है. अल्पसंख्यकों और अनुसूचित जातियों के खिलाफ हो रहे हमले पूरी तरह अस्वीकार्य हैं. मैं अपने अनुसूचित जाति के भाइयों और बहनों के साथ खड़ी रहूंगी. मेरे लिए मेरी जात मानवता है. मैं जाति और धर्म के आधार पर भेद करने में विश्वास नहीं करती.'
ममता बनर्जी ने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों और दलितों के खिलाफ हो रहे हमले पूरी तरह अस्वीकार्य हैं.
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