पश्चिम बंगाल में कल यानी 12 अप्रैल को दो सीटों पर उपचुनाव होना है. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. लेकिन अब केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से सीएपीए की 5 और कंपनियों को पश्चिम बंगाल भेजा गया है. ये सभी कंपनियां चुनावी इलाकों में तैनात रहेंगीं. बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से 133 सीएपीएफ कंपनियों को तैनात किया गया था. 


कुल 138 कंपनियां तैनात
पश्चिम बंगाल की एक विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है, इसका ऐलान पिछले महीने चुनाव आयोग की तरफ से किया गया था. लेकिन हाल ही में राज्य के बीरभूम जिले में हुई हिंसा को देखते हुए हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इसीलिए केंद्र सरकार की तरफ से लगातार अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है. 133 कंपनियां तैनात करने के बाद 5 और कंपनियों को चुनावी इलाकों में भेजा जा रहा है. जिससे किसी भी तरह की हिंसा न हो. 


दोनों सीटों पर क्यों हो रहा उपचुनाव?
पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से बाबुल सुप्रियो सांसद थे, लेकिन चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया था. जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. जिसके चलते ये सीट खाली हो गई. यहां होने जा रहे उपचुनाव में अभिनेता और टीएमसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा का सामना बीजेपी के अग्निमित्रा पॉल से होगा. टीएमसी ये सीट कभी भी नहीं जीत पाई है. लेकिन उपचुनाव में कांटे की टक्कर बताई जा रही है. बीजेपी ने इस सीट पर पूरा जोर लगाया है, वहीं टीएमसी की तरफ से भी इस बार ताकत झोंकी गई है. 


आसनसोल लोकसभा सीट के अलावा पश्चिम बंगाल की बालीगंज विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होने जा रहा है. इस सीट से विधायक सुब्रत मुखर्जी का हार्ट अटैक से निधन हो गया था. जिसके चलते ये सीट खाली हो गई. अब सीट को भरने के लिए उपचुनाव हो रहा है. इस सीट पर टीएमसी का पलड़ा भारी बताया जा रहा है. 


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