कोलकाता: पश्चिम बंगाल के 4 जिलों में मौजूद कोयला घोटाले के कथित 264 प्लॉटों में किस-किस की बेनामी है यह भेद जल्दी खुल जाएगा. अगर किसी ने अपना दावा पेश नहीं किया तो यह सारे प्लॉट सीबीआई जब्त कर लेगी. सीबीआई पश्चिम बंगाल में पूरे एक्शन में है और सोमवार को उसने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है. उधर दूसरी तरफ टीएमसी नेता विनय मिश्रा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी की जा रही है. विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कराया गया है.


सीबीआई के इस दस्तावेजों में साफ तौर पर पश्चिम बंगाल के 4 जिलों में मौजूद कोयला घोटाले से संबंधित 264 प्लॉटों के बारे में सिलसिलेवार तरीके से जानकारी दी गई है. इनमें सबसे ज्यादा प्लांट पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में मौजूद है. आरोप है कि इनमें से अनेक इलाकों से अवैध तरीकों से कोयला खोदकर निकाला गया. यह प्लांट ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कोयला खदानों के बेहद करीब है सीबीआई को शक है कि इन प्लाटों को खरीदने में भी कोयला घोटाले के पैसों का प्रयोग किया गया. फिलहाल सीबीआई की अपील पर पश्चिम बंगाल की विशेष अदालत ने इन चारों जिलों के डीएम को आदेश दिया है कि इन 264 प्लाट को अगले आदेश तक जब्त कर लिया जाए.


अब जिला मजिस्ट्रेट इन प्लॉटों को जब्त करने की कार्रवाई के पहले नोटिस निकाल रहे हैं. यदि यह प्लॉट किसी और के हैं तो वह जिला मजिस्ट्रेट के सामने अपनी आपत्ति दाखिल करें. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जैसे ही लोग इन प्लॉटों के बारे में अपनी आपत्ति दाखिल करेंगे वैसे ही वह खुद-ब-खुद सीबीआई जांच के दायरे में आ जाएंगे. इस तरीके से यह संपत्ति किसकी बेनामी है इसका पता लगने के रास्ते खुल जाएंगे क्योंकि सीबीआई को अब तक की जांच में यह पता चला है कि यह प्लॉट कोयला घोटाले से संबंधित हैं. इन प्लाटों से अवैध तरीके से कोयला निकालकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अनेक लोगों को कम दामों पर बेचा गया था.


उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी हुई छापेमारी


सीबीआई ने इस मामले में पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के मुगलसराय समय मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी उन लोगों पर की गई थी जिन्होंने इन खदानों से निकला अवैध कोयला जानते बूझते हुए भी खरीदा था. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इन लोगों को भी पूछताछ के लिए कोलकाता बुलाया गया है. साथ ही सीबीआई ने इस मामले में टीएमसी नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कराया है. यह लुक आउट सर्कुलर देश के सभी एयरपोर्ट, बंदरगाहों, एन्ट्री प्वाइंट पर इसलिए दिया गया है ताकि विकास मिश्रा देश छोड़कर फरार ना हो जाए.


सीबीआई को शक है कि विकास मिश्रा अभी देश में है और जानबूझकर सीबीआई के सामने पेश नहीं हो रहा है. सीबीआई सूत्रों का मानना है कि विकास मिश्रा अपने भाई विनय के साथ हर बैठक में मौजूद रहता था. बता दें कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खास कहे जाने वाले विनय मिश्रा के खिलाफ सीबीआई कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है और कोर्ट से उसका ओपन वारंट भी जारी करा चुकी है. विनय मिश्रा देश छोड़कर फरार है और उसके दुबई और बांग्लादेश में होने जाने की आशंका है.


विनय मिश्रा को सामने लाना चाहती है सीबीआई


सीबीआई इस मामले में विनय मिश्रा के खिलाफ सीबीआई का रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की अपील करने जा रही है. जिसके बाद विनय मिश्रा को विदेशों में भी गिरफ्तार किया जा सकेगा. साथ ही सीबीआई विकास मिश्रा को इसलिए सामने लाना चाहती है जिससे कि यह पता चल सके कि विनय मिश्रा और मामले के घोटालेबाजों के बीच होने वाली बैठक में टीएमसी के और कौन-कौन से नेता मौजूद रहते थे.


सीबीआई ने गौ तस्करी केस में भी सोमवार को कोलकाता पुलिस के आईजी कलोल गनाई और एसपी अनुराग साहा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इन लोगों को पहले भी नोटिस जारी किया गया था लेकिन यह लोग सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए थे और हाईकोर्ट की शरण में चले गए थे लेकिन हाईकोर्ट ने इन्हें इस मामले में अभी तक कोई स्टे आर्डर नहीं दिया है. लिहाजा इन लोगों को पूछताछ के नोटिस जारी किए गए हैं. पश्चिम बंगाल में चुनाव की घोषणा होने के बाद सीबीआई इस मामले में पूरी तरह से एक्शन में है क्योंकि अभी तक पश्चिम बंगाल के पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कोई ना कोई बहाना बनाकर सीबीआई के सामने पेश नहीं हो रहे थे और अब ऐसे सभी लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस दिया जा रहा है.


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