नारदा स्टिंग केस: मंत्रियों और विधायकों की गिरफ्तारी के बाद CBI दफ्तर पहुंची सीएम ममता
सीबीआई ने आज सुबह बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी, तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया.
कोलकाता: नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में अपने दो मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में सीबीआई कार्यालय पहुंच गईं. ममता बनर्जी 10 बजकर 50 मिनट पर निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के कार्यालय पहुंचीं.
हाकिम के आवास पर गईं थीं ममता
सीबीआई ने आज सुबह बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी, तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया. बताया जाता है कि सीबीआई कार्यालय जाने से पहले मुख्यमंत्री चेतला में हाकिम के आवास पर गई थीं.
राज्यपाल जगदीप घनखड़ ने दी थी केस चलाने की अनुमति
9 मई को राज्यपाल जगदीप घनखड़ ने टीएमसी के इन चारों नेताओं के खिलाफ सीबीआई केस चलाने की इजाजत दे दी थी. पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ सालों में शारदा स्कैम और नारदा स्कैम लगातार चल रहे हैं. इन मामलों की सीबीआई जांच भी कर रही है. अलग-अलग नेताओं के नाम इन मामलों में आए हैं. इन नेताओं के खिलाफ मामले को आगे बढ़ाया जाए इसको लेकर राज्यपाल से अनुमति ली गई थी.
नारदा घोटाला क्या है?
बता दें कि बंगाल में साल 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले नारदा स्टिंग टेप सार्वजनिक हुए थे. इन स्टिंग्स में टीएमसी के मंत्री, सांसद और विधायक की तरह दिखने वाले व्यक्तियों को कंपनी के प्रतिनिधियों से रुपए लेते दिखाया गया था. स्टिंग ऑपरेशन कथित तौर पर नारदा न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुअल ने किया था.
2017 में सीबीआई को सौंपी गई जांच
स्टिंग्स सामने आने के बाद राज्य में खूब बवाल मचा और मामला हाई कोर्ट पहुंचा. जिसके बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. इस स्टिंग में ही फिरहाद हाशमी सुब्रत मुखर्जी, तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर सोवन चटर्जी का नाम सामने आया था.
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