सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल में आज सियासी हलचल अपने उफान पर है. एक तरफ कोलकाता में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिगेड मैदान पर बड़ी रैली कर सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा, तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में महंगे होते एलपीजी सिलेंडर के खिलाफ पदयात्रा निकाली और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. ममता ने कहा कि पीएम मोदी बड़ी बड़ी बाते करते हैं. कहते हैं, बंगाल में परिवर्तन होगा. बंगाल में टीएमसी आएगी, असल परिवर्तन अब दिल्ली में होगा.


ममता बनर्जी ने केंद्र पर सबकुछ बेचने का आरोप लगाते हुए कहा, "दिल्ली को बेच दिया, डिफेंस, एयर इंडिया, बीएसएनएल जैसे तमाम संस्थानों को बेच दिया, कल ताज महल भी बेच देंगे. कहते थे सोनार बंगला बनाएंगे. पटेल जी के नाम वाले स्टेडियम का नाम बदलकर अपने नाम पर कर दिया. जब कोरोना काल था तब मैं तो घूम रही थी, मोदी बताएं वो कहां थे."


ममता बनर्जी ने कहा, "उज्जवला की रोशनी कहां गई? देश में सिर्फ एक सिंडिकेट है और वो है मोदी और अमित शाह. ये सिंडिकेट बीजेपी की भी नहीं सुनता. उज्जवला को लेकर कैग की रिपोर्ट कहती है कि घपला हुआ. मोदी के लोगों ने पैसे खाये हैं." उन्होंने कहा कि मोदी जी, झूठ बोले कौवा काटे. आप उल्टी सीधी झूठी बातें करते हैं. मोदी टेलीप्रॉम्प्टर लगाकर उसमें देखकर रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में भाषण देते हैं. इस बार 'खेला होबे'.


इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "खेला होबे.. देखा होबे.. जेता होबे .. (खेलेंगे .. देखेंगे .. जितेंगे). हम लड़ेंगे, जीतेंगे और मोदी को हराएंगे. जो हमसे टकराएगा, चूर चूर हो जाएगा." उन्होंने कहा कि मुस्लिम, हिन्दू, सिख, ईसाई सब यहां अच्छे से रहते हैं. हम दंगे नही करवाते.


पदयात्रा में मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां भी हुईं शामिल
ममता बनर्जी की ये पदायात्रा दोपहर करीब 2 बजे शुरू हुई. पदयात्रा में कई लोगों ने एलपीजी सिलेंडरों की लाल रंग की कार्डबोर्ड की प्रतिकृतियां ली हुई थीं जिसका नेतृत्व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी कर रही थीं. इस पदयात्रा में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और पार्टी की सांसद मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां भी शामिल थीं.


मुख्यमंत्री ने दावा किया कि एलपीजी सिलेंडर जल्द ही आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएंगे. बनर्जी ने शनिवार को कहा था कि बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होने चाहिए ताकि हमारी आवाज सुनी जाए. भट्टाचार्य ने कहा कि रैली का आयोजन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले किया गया है और रविवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने रैली को अपना समर्थन दिया है.