पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए 17 अप्रैल को वोटिंग होने जा रही है. पांचवें दौर के लिए चुनाव-प्रचार बुधवार को थम हो गया. बंगाल में चुनाव में लड़ रही सभी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं. इस बीच, लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल के सियासी मैदान को जीतने उतरीं राज्य की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव पर अपनी रणनीतियों को लेकर पहली बार एबीपी न्यूज पर अपनी बातें रखीं. 


इस दौरान उनसे चुनाव की रणनीति, विपक्षी दलों की तरफ से उनकी सरकार के ऊपर लगाए गए आरोपों समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे सवाल-जवाब किया किए गए.


ममता बनर्जी की मुख्य बातें:


- राज्य में कोरोना की स्थिति पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जिस तरह के कोविड मरीजों की संख्या देश में बढ़ रही है यह चिंताजनक विषय है. उन्होंने कहा कि कोविड को लेकर अभी पूरी जानकारी नहीं है कि क्या-क्या हुआ है. 


-बंगाल में महाराष्ट्र और गुजरात से आए हुए लोगों के चलते कोरोना फैला है. 


-चुनाव आयोग से बाकी सभी चरणों की वोटिंग एक साथ कराने की अपील की.


-17 अप्रैल को चुनाव आयोग से अपील करूंगी कि वे एक साथ वोटिंग कराए.


-बाहर से आए नेता राज्य में मास्क नहीं पहन रहे हैं.


-बाहर से बंगाल में आ रहे लोगों के ऊपर क्यों नहीं पाबंदी लगाई जा रही है?


-आठ चरणों में जो चुनाव रखा गया है इसको बदलने की जरूरत है.


-वामपंथी दल ने इसलिए बड़ी सभाएं नहीं करने का फैसला किया है क्योंकि उनकी चुनावी सभाओं में भीड़ नहीं जुटती है.


-बंगाल में राजनीतिक हिंसा नहीं, बाहरी लोग कर रहे हैं गुंडागर्दी 


-टीएमसी पर हिंसा का आरोप गलत


-गृहमंत्री के आदेश पर बंगाल में हुई हिंसा


-कूचबिहार में जो कुछ भी हुआ वह शर्मनाक है.


-नंदीग्राम में लोगों को धमकाया जा रहा है.


-एक खास समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.


-प्रचार करना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है


-केन्द्रीय बल को पक्षपात नहीं करना चाहिए


-बंगाल में शांति रहे और मतदान शांतिपूर्वक हो


-बीजेपी, केन्द्रीय बल ने टीएमसी कार्यकर्ताओं को मारा


-केन्द्रीय बलों को आदेश दिए जा रहे हैं कि वो टीएमसी समर्थकों को गोली मारें.


-बीजेपी के नेता कुछ भी बोल रहे हैं लेकिन हम अगर कुछ कह रहे हैं तो उस पर विवाद हो रहा है


-बीजेपी नेता जो कहते हैं वो हो जाता है.


-हम कुछ कहते हैं तो चुनाव आयोग का नोटिस आ जाता है.


-भारत आज पहले का भारत नहीं रहा.


-राहुल सिन्हा, ममता बनर्जी एक नहीं हैं.


-पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह की भाषा पर कोई क्यों ध्यान नहीं देता है.


-बंगाल में बीजेपी को घुसने नहीं देंगे. बंगाल की जनता मेरे साथ है, जनता ही मेरी ताकत है.


-जनता का समर्थन मुझे है और इसी आधार पर मैं जीतूंगी. 


-सरकारी संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा.


-शुभेंदु अधिकारी कभी विश्वसनीय नहीं थे. बीजेपी के पास इसलिए गए शुभेंदु अधिकारी परिवार क्योंकि उनका पैसा फंसा था.


-शुभेंदु अधिकारी मुझे अपने इलाके में नहीं आने देते थे. 2014 से शुभेंदु अमित शाह के संपर्क में थे.


-ऐसे में शुभेंदु अधिकारी के साथ कैसा व्यवहार होता. गद्दारों के जाने से पार्टी साफ हुई.


-बंगाल या नंदीग्राम इलाके में कई ऐसे लोग थे जो पुलिस को भी कंट्रोल करते थे.


-पार्टी के झगड़े को जल्द सुलझाना चाहती थी.


-मैंने बहुत कुछ सहन किया है.


-जो लोगों का उत्साह देखा उसके बाद मैंने फैसला लिया था कि नंदीग्राम से चुनाव लडूंगी. लेकिन वहां जाकर पता चला कि बीजेपी की साजिथ थी जहां पर केन्द्रीय बल तैनात हो उसे कब्जा कर लिया जाए.


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पहले चरण के तहत राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल, चौथे चरण के तहत पांच जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल वोटिंग हुई. अब पांचवें चरण के तहत छह जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण के तहत चार जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत पांच जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत चार जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा.


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