कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चोटिल होने के संबंध में चुनाव आयोग को शुक्रवार को एक रिपोर्ट सौंपी है. बंगाल सरकार द्वारा चुनाव आयोग को भेजी गयी रिपोर्ट में 'चार-पांच लोगों' के हमले का जिक्र नहीं किया गया है. राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने इस बारे में बताया. हालांकि, उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर भारी भीड़ की मौजूदगी का हवाला दिया गया है.


उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां पर घटना हुई वहां का कोई स्पष्ट फुटेज उपलब्ध नहीं है. नंदीग्राम सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार के दौरान 10 मार्च को पूर्वी मेदिनीपुर जिले में बिरूलिया बाजार में बनर्जी चोटिल हो गयी थीं. बनर्जी ने आरोप लगाया था कि 'चार-पांच' लोगों के धक्के में वह चोटिल हो गयी थीं.


"किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं"
जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, 'इलाके में एक दुकान में सीसीटीवी लगा था लेकिन वह काम नहीं कर रहा था. स्थानीय लोगों, प्रत्यक्षदर्शियों की मिली-जुली राय आयी है. इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है.'


EC ने घटना पर और जानकारी देने को कहा
नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद बुधवार को चुनाव प्रचार के दौरान अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर धक्का दिए जाने के कारण ममता बनर्जी गिर गयी थीं. जिससे उनके बाएं पैर और कमर में चोट आ गयी थी. घटना के बाद चुनाव आयेाग ने मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय, विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे से शुक्रवार शाम तक रिपोर्ट देने को कहा था.


आयोग ने रिपोर्ट में ओर ज्यादा विवरण मुहैया कराने को कहा है. उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव से शनिवार शाम तक जानकारी मुहैया कराने को कहा गया है. चूंकि दोनों पर्यवेक्षक शुक्रवार को यात्रा पर थे इसलिए उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए शनिवार शाम तक का वक्त देने की मांग की है.


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