Mamata Banerjee Speech: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने हनुमान जयंती को देखते हुए बुधवार (5 अप्रैल) को शांति की अपील की. उन्होंने दीघा में कहा कि धर्म किसी की भी व्यक्तिगत पसंद है और त्यौहार हर किसी के लिए होता है. उनका ये बयान ऐसे समय आया जब राज्य में रामनवमी के दौरान हिंसा हुई थी. 


हाल ही में शोभायात्राओं को लेकर पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में झड़प और आगजनी की घटनाएं हुई है. इन घटनाओं के दौरान हावड़ा में कई वाहनों को आग लगा दी गई थी और कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी. इसको लेकर बीजेपी और टीएमसी में जुबानी जंग शुरू हो चुकी है. इसी बीच केंद्र सरकार ने भी राज्यों सरकार को अलर्ट रहने को लिए कहा है. 


केंद्र सरकार ने क्या कहा? 


रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार में हुई हिंसा की घटनाओं के देखते हुए केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गुरुवार (छह अप्रैल) को हनुमान जयंती के अवसर पर कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की आशंका वाले कारकों पर नजर रखने को भी कहा है. 


गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य / केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार के दौरान शांति कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आशंका वाले हर प्रकार के कारक पर नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.’’


हाई कोर्ट  ने भी दिया आदेश


इसके बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश दिया कि हनुमान जयंती की रैलियों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील की जाए. कोर्ट ने यह आदेश बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की दायर जनहित याचिका पर दिया है. अधिकारी ने राज्य में हुई हिंसा की घटना को लेकर याचिका दाखिल की थी.


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