कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इसके बाद आज टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. राज्यपाल ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए न्योता दिया.
राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना त्यागपत्र सौंपा. राज्यपाल ने उनसे और मौजूदा मंत्रिपरिषद से वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया.
ममता पांच मई को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी. कोरोना की वजह से शपथ समारोह सादा होगा.
टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि नव-निर्वाचित विधायकों ने बैठक में बनर्जी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया. तृणमूल विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नई विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है.
उन्होंने विधायकों की बैठक के बाद पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ''नव-निर्वाचित सदस्य छह मई को विधानसभा में शपथ लेंगे.''
विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 292 विधानसभा सीटों में से 213 पर जीत हासिल हुई है. वहीं, इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक देने वाली बीजेपी 77 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी. एक सीट राष्ट्रीय सेकुलर मजलिस पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ने वाली आईएसएफ को मिली है. एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है.
तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनाव से भी बेहतर रहा है. 2016 के चुनाव में टीएमसी 211 सीट जीती थी. पहली बार है जब बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी दल बन कर उभरी है. बीजेपी को 2016 के विधानसभा चुनाव में महज तीन सीट मिली थीं.
पश्चिम बंगाल में दशकों तक शासन करने वाले वाम मोर्चा और कांग्रेस का इस बार खाता भी नहीं खुला है. आईएसएफ के साथ उनके गठबंधन को आठ प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं.