कोलकाता: पश्चिम बंगाल में टीएमसी की एतिहासिक सफलता से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गदगद हैं. इस बीच मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार तीसरी बार शपथ लेने जा रही तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों से कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ साथ मिलकर लड़ाई लड़ी जा सकती है.


हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पहले कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़नी है और इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कोई फैसला किया जाएगा.


ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं सड़क पर लड़ाई लड़ने वाली योद्धा हूं. मैं लोगों का हौसला बुलंद कर सकती हूं कि ताकि हम बीजेपी के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ें. अगर हम सामूहिक रूप से फैसला कर सकते हैं तो 2024 की लड़ाई हम मिलकर लड़ सकते हैं.परंतु पहले हमें कोविड संकट से लड़ना है और फिर इस बारे में फैसला करना है. अभी इसका समय नहीं है.’’


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने दावा किया कि वाम दल अपना वो वोटबैंक वापस हासिल नहीं कर पाए जो उन्होंने बीजेपी के हाथों खो दिया है और इस वजह से वामपंथी दलों की स्थिति में और गिरावट आ गई.


'मैं उन्हें शून्य पर पहुंचता नहीं देखना चाहती'


ममता ने कहा, ‘‘वाम दलों के साथ राजनीति मतभेद हैं, लेकिन मैं उन्हें शून्य पर पहुंचता नहीं देखना चाहती. बेहतर होता कि वे बीजेपी से अपना वोट वापस हासिल कर लेते. उन्होंने बीजेपी को इस कदर फायदा पहुंचाया कि आज वे शून्य हो गए. उन्हें इस बारे में सोचने की जरूरत है. दीपांकर भट्टाचार्य (भाकपा माले) इस रास्ते पर नही चले.’’


कोरोना रोधी टीकाकरण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से देश के हर नागरिक को मुफ्त में टीका मिलना चाहिए.


ममता ने यह दावा भी किया कि उनकी ओर से मांग किए जाने के बावजूद नंदीग्राम के निर्वाचन अधिकारी ने फिर से मतगणना का आदेश नहीं दिया क्योंकि उसे अपनी जान को खतरा था.


मुख्यमंत्री ने अपने दावे को सही ठहराने के प्रयास के तहत निर्वाचन अधिकारी की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के एक अधिकारी के पास भेजे गए कथित एसएमएस को भी सार्वजनिक किया.


उन्होंने यह फिर कहा कि वह नंदीग्राम के चुनाव नतीजे के खिलाफ अदालत का रुख करेंगी. इस सीट पर नजदीकी मुकाबले में बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें पराजित कर दिया.


पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम
विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने कुल 292 विधानसभा सीटों में से 213 पर जीत हासिल की है. बीजेपी इस चुनाव में 77 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी. एक सीट राष्ट्रीय सेकुलर मजलिस पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ने वाली आईएसएफ को मिली है. एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस और लेफ्ट खाता भी खोलने में नाकामयाब रही.


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