पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) आज एक बार फिर मोदी सरकार पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, मुझे संदेह है कि आने वाले दिनों में राज्य वेतन दे पाने में भी सक्षम होंगे. साथ ही सीएम ने कहा कि केंद्र को निश्चित रूप से राज्यों के लंबित जीएसटी बकाये का भुगतान करना चाहिए.
ममता बनर्जी ने कहा, ''ईंधन की कीमतों में वृद्धि लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है. मैं केंद्र से ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करने और अस्थायी रूप से टोल टैक्स को बंद करने का अनुरोध करती हूं. मैं केंद्र सरकार से GST की समय सीमा को 5 साल के लिए बढ़ाने का भी अनुरोध करती हूं.'' बता दें कि पिछले 16 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में करीब 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है.
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी संसद में भी महंगाई का मुद्दा लगातार उठा रही है. चार अप्रैल को ममता बनर्जी ने पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर कहा था कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि से निपटने के लिए केंद्र के पास कोई योजना नहीं है. इस संकट के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. यह उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत के बाद देश के लिए उसका रिटर्न गिफ्ट है.
ममता ने कहा, “विरोधी दलों के खिलाफ सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने के बजाय केंद्र को मौजूदा आर्थिक समस्याओं का हल तलाशने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.”