Pegasus Spyware: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं और पत्रकारों के फोन कथित रूप से हैक करने को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. गुरुवार को उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ उनकी बैठकों को निगरानी में रखा है. इसके साथ ही सीएम ममता ने दैनिक भास्कर छापेमारी और ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला.


सीएम ममता ने कहा कि आयकर छापेमारी के नाम पर दैनिक भास्कर पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. मैं इसकी निंदा करती हूं. यह पत्रकारों और मालिकों को तंग कर रहा है. मीडिया डरा हुआ है, न्यायपालिका बौखला गई है. वहीं ऑक्सीजन की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि यह सब झूठ है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है. क्या उनके पास कोई डेटा है? कितने मरे? कितनों को वैक्सीन मिली? यह झूठ काम नहीं करेगा. यह सब झूठ है.


कई योजनाओं का ऐलान


इसके अलावा ममता सरकार ने कई योजनाओं का ऐलान किया है. पश्चिम बंगाल सरकार के मुताबिक 10000 रुपये कृषक बंधु, छात्र क्रेडिट कार्ड नामांकित हो रहे हैं. कन्याश्री मनोबी ओइक्योश्री डिजिटल राशन कार्ड, कृषक बंधु, छात्र क्रेडिट कार्ड, बैंकिंग खाता खोलना, आधार कार्ड से संबंधित कार्ड सभी शुरू हो जाएंगे. खनिज खनन नीति को मजबूत किया जाएगा. अब डीएम नीलामी नहीं कर सकेंगे. मुख्य व वित्तीय सचिव डिजिटल सुरक्षा देखेंगे.


वहीं ऑनलाइन और सार्वजनिक शिकायत नीति उपलब्ध होगी. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. शिक्षकों के लिए उत्स्योश्री योजना शुरू हो रही है. घरों के पास, जिले के पास स्थानांतरण हो सकेगा, ताकि शिक्षकों को ज्यादा दूर न जाना पड़े. ऐसे शिक्षकों के आवेदन के लिए एक पोर्टल होगा. शिक्षा विभाग इसे देखेगा. 1 लाख फुटबॉल गांवों और क्लबों को दी जाएगी. 1 सितंबर से लोखखिर भंडार देना शुरू हो जाएगा. आवेदन 15 तारीख तक खुले रहेंगे.


पेगासस विवाद पर निशाना


ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है, 'कुछ दिन पहले मैं प्रशांत किशोर और कुछ अन्य लोगों के साथ बैठक में थी. उन्होंने (सरकार) बैठक का क्लोन बनाया है. प्रशांत किशोर ने अपने फोन का ऑडिट किया और पता चला कि पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से हमारी एक बैठक उन्हें (सरकार) पता थी.' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इससे पहले शहीद दिवस पर पेगासस द्वारा राजनेताओं और पत्रकारों की कथित जासूसी को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया था और कहा था कि जासूसी रोकने के लिए उन्होंने अपना फोन प्लास्टर कर दिया है.


राजनीतिक हंगामा


दरअसल, हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संघ ने बताया कि पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबर, जिनमें दो मंत्री, 40 से अधिक पत्रकार, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा भारत में कई व्यवसायी और कार्यकर्ता शामिल हैं, को निशाना बनाया जा सकता है. वहीं संसद के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष द्वारा संसद में इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया, जिससे देश में राजनीतिक हंगामा शुरू हो गया.


वहीं सरकार ने लोकसभा में राजनेताओं, पत्रकारों और अन्य लोगों पर पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर जासूसी करने के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. सरकार ने कहा कि देश के कानूनों में जांच और संतुलन के साथ अवैध निगरानी संभव नहीं है और आरोप लगाया कि भारतीय लोकतंत्र को खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं.


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