कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के विधायक शिष्टाचार और शालीनता नहीं जानते और विधानसभा में पिछले दिनों राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के दौरान हुए हंगामे से यह बात जाहिर हो गयी है.


धनखड़ ने दो जुलाई को राज्य विधानसभा में बीजेपी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच अपने 18 पन्नों के अभिभाषण की कुछ पंक्तियां ही पढ़ीं और लिखित भाषण सदन के पटल पर रखा. बीजेपी विधायक राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर नारेबाजी कर रहे थे.


तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बनर्जी ने सदन में अपने भाषण में कहा कि राज्य में बीजेपी विधायकों को केंद्र के बीजेपी नेतृत्व द्वारा चुने गये राज्यपाल के सदन में अभिभाषण देने में अवरोध पैदा नहीं करना चाहिए था.


उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, ‘‘मैंने राजनाथ सिंह से लेकर सुषमा स्वराज तक अनेक बीजेपी नेताओं को देखा है. हालांकि, यह बीजेपी अलग है. वे (बीजेपी सदस्य) संस्कृति, शिष्टाचार, शालीनता और सभ्यता नहीं जानते.’’


बीजेपी के विधायक राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं. आज भी बीजेपी के विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया. हिंसा के मुद्दे पर ममता ने कहा, “वो लोग जो चुनाव के बाद हिंसा पर बोल रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहती हूं कि मैंने पांच तारीख को कार्यभार संभाला, उसके बाद कितनी घटनाएं हुई हैं. मैंने खुद देखा है कि जहां मैंने चुनाव लड़ा, वहां लोगों को धमकाया गया और वोट न देने को कहा गया. मामला विचाराधीन है, मैं जगह का नाम नहीं लूंगी. बीएसएफ और सीआरपीएफ ने लोगों की पिटाई की. ये मामला कोर्ट में है, मैं कुछ कहना नहीं चाहती.” 


Khela Hobe Diwas in Bengal: सीएम ममता बनर्जी का एलान, पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा 'खेला होबे दिवस'