कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन के मुद्दे पर बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में पश्चिम बंगाल को वक्ताओं में शामिल न किए जाने पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया. बैठक में पश्चिम बंगाल सरकार के किसी प्रतिनिधि ने भी हिस्सा नहीं लिया.


'हम जमीनी स्तर पर कर रहे बैठक'


बनर्जी ने प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होने के बजाय राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक के बाद बनर्जी ने मीडिया से कहा, “हो सकता है कि केंद्र सरकार की हमें बुलाने की इच्छा ही न रही हो इसीलिए उन्होंने हमें बैठक में बोलने का आमंत्रण नहीं दिया था.”


उन्होंने कहा कि राज्य में महामारी से निपटने के लिए उनकी समीक्षा बैठक ज्यादा जरूरी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बड़ी बैठकें कर रही है लेकिन वह (बनर्जी) लोगों की जरूरतों को समझने के लिए जमीनी स्तर पर बैठक कर रही हैं.


कोरोना पर पहले भी आमने-सामने केंद्र और ममता


कोरोना वायरस के मुद्दे पर पहले भी केंद्र सरकार और बंगाल सरकार आमने-सामने आ चुके हैं. मई में गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार को लॉकडाउन का सख्ताई से पालन करने को लेकर नोटिस भेजे थे, जिससे ममता बनर्जी बेहद खफा थी और उन्होंने केंद्र पर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया था.


प्रदेश में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जबकि मृतकों की संख्या भी 500 के करीब पहुंच चुकी है. प्रदेश में अभी तक संक्रमण के 11909 मामले आए हैं, जिनमें से 5386 अभी भी सक्रिय हैं. वहीं 495 लोग इस बीमारी के कारण जान गंवा चुके हैं.


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