नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नजरें अब राष्ट्रीय राजनीति पर हैं. 21 जुलाई 1993 को जब ममता यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष थीं तब पुलिस की गोली से प्रदर्शन कर रहे पार्टी के 13 कार्यकर्ता मारे गए थे. इसकी याद में ममता हर साल शहीद दिवस के रूप में मनाती हैं. इस मौके पर ममता बनर्जी की दिल्ली समेत देश के कई शहरों में स्पीच का टेलिकास्ट हुआ, जिसमें कई विपक्षी पार्टियां शामिल हुई.


दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हुए टीएमसी के कार्यक्रम में लगभग सभी विपक्षी पार्टियों के बड़े नेताओं का जमावड़ा हुआ. शरद पवार से लेकर दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेता पहुंचे. ये पहली बार था जब ममता बनर्जी का भाषण 21 जुलाई को राज्य की सीमाओं से परे अन्य राज्यों में भी प्रसारित किया गया. मुख्यमंत्री का भाषण दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात में पार्टी मुख्यालय के बाहर एलईडी टीवी पर सुना गया.


ममता बनर्जी की इस तैयारी को 2024 के रण से जोड़कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी ने अब राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय राजनीति में उतरने का मन बना लिया है और भारतीय जनता पार्टी को सीधा चैलेंज देने के लिए तैयार है. ममता बनर्जी ने शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार ने पेगासस से लोगों को परेशान किया. ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौतें हुई. हमने गंगा में तैरती लाशें देखी हैं. सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया. लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ हुआ.


बीजेपी को बताया लोकतंत्र के लिए खतरनाक


ममता बनर्जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल के लोगों ने बीजेपी को बाहर फेंक दिया है. बीजेपी को देश में लोकतंत्र के लिए खतरनाक करार देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वे देशभर में तानाशाही कर रहे हैं. लोगों की गोपनीयता पर भी नजर रख रहे हैं. फोन ट्रेस कर रहे हैं.






शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव में उन्हें हराने के लिए मनी और जांच एजेंसीज का इस्तेमाल किया गया. पूरी केंद्र सरकार उनके खिलाफ उतर गई थी, लेकिन बंगाल की जनता ने प्रचंड बहुमत के साथ लगातार तीसरी बार उन्हें जिताया.


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