West Bengal: 'बंगाल न किसी के आगे झुकता है और न...', बोलीं सीएम ममता बनर्जी
West Bengal: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा राज्य हमेशा मानवता, एकता और अखंडता के लिए लड़ता रहा है. बंगाल ना किसी के आगे झुकता है और ना ही किसी से भीख मांगता है.
West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 28वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह में कहा कि बंगाल एकता, मानवता, विविधता और अखंडता के लिए लड़ता रहा है और इन मुद्दों पर किसी के सामने झुकता नहीं है. उन्होंने कहा कि, बंगाल का संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है और यह संघर्ष आगे भी जारी रहेगा. हमारा राज्य न किसी के आगे झुकता है और न भीख मांगता है.
पश्चिम बंगाल के नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित 28वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) के उद्घाटन सत्र में बनर्जी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि, भारतीय और वैश्विक सिनेमा में योगदान देने के लिए बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, अमिताभ बच्चन को इतने लंबे समय तक भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए आधिकारिक रूप से नहीं, बल्कि बंगाल की तरफ से हम भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग उठाएंगे.
बकाया पैसे नहीं, भीख दे रही केंद्र सरकार
ममता ने कहा कि हमने बार-बार केंद्र से आग्रह किया है कि वह जीएसटी के साथ-साथ मनरेगा के बकाया का निपटान करने के लिए कोष जारी करे. लेकिन इसे जारी नहीं किया गया. केंद्र सरकार हमसे जीएसटी ले रही है, पर हमारे 100 दिन के रोजगार का पैसा नहीं दे रही.
इससे कुछ दिनों पहले जी-20 की बैठक की तैयारियों के लिए दिल्ली पहुंची ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई थी. उन्होंने कहा था, 'मैंने सुना है कि किसी ने फोन करके कहा है कि राज्य सरकार को बकाया पैसे मिलेंगे. पर ये केंद्र सरकार की चालाकी है. साल के अंत में हमें भीख दे रही है. इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.'
एक लाख करोड़ बकाया राशि का लगाया है आरोप
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, 'वित्तीय वर्ष तीन महीने बाद खत्म हो जाएगा और अब केंद्र सरकार पैसे देगी. अब हम इतने समय में आखिर क्या कर पाएंगे. सरकार कहेगी हमने पैसे भेज दिए पर आप पैसे इस्तेमाल नहीं कर पाईं. फिर यह पैसे खर्च नहीं होंगे तो वापस चले जाएंगे. ये सब चालाकी है.'
बता दें कि ममता ने केंद्र सरकार पर बंगाल का एक लाख करोड़ रुपये बकाया होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कई बार बकाया देने की मांग भी की है. ममता का ये भी आरोप है कि केंद्र सरकार जनहित के योजनाओं के पैसे भी नहीं दे रही है.
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