कोलकाता: पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर सामने आयी है. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पारंपरिक सीट भवानीपुर से चुनाव लड़ सकती हैं. भवानीपुर से विधायक शोभनदेव चट्टोपाध्याय आज अपना इस्तीफा सौंपने जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव में ममता ने अपनी सीट भवानीपुर छोड़कर शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सूत्रों की मानें तो शोभनदेव चट्टोपाध्याय को टीएमसी राज्यसभा भेज सकती है.
बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी को छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन की थी. 2016 के चुनावों में शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम सीट पर लेफ्ट के उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया था. अब 2021 में शुभेंदु ने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को 1953 मतों से हरा दिया.
भवानीपुर से क्यों उपचुनाव लड़ेंगी ममता
अनुच्छेद 164 के अनुसार, 'एक मुख्यमंत्री अगर छह महीने तक किसी राज्य के विधानसभा या विधानमंडल का सदस्य नहीं होता है, वह मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रह सकता.' बंगाल में विधान परिषद नहीं है इसलिए ममता बनर्जी को 6 महीने के भीतर किसी सीट से नामांकन दाखिल कर चुनाव जीतना अनिवार्य है. उपचुनाव जीतकर विधायक बनना होगा.
भारत के तीन सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, योगी आदित्यनाथ और उद्धव ठाकरे, सभी मुख्यमंत्री बनने के लिए विधानसभा चुनाव नहीं जीते हैं. तीनों अपने-अपने राज्यों की विधानसभा की जगह विधान परिषदों के सदस्य हैं. नीतीश कुमार एकमात्र मुख्यमंत्री है, जिन्होंने 36 साल पहले विधानसभा चुनाव लड़ा था.
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