नई दिल्ली: कोलकाता में बशीरहाट दंगे को लेकर राज्य का माहौल गर्म है. पश्चिम बंगाल के बशीरहाट हिंसा मामले में राजनीति गर्म है. कोलकाता में आज बीजेपी और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प हुई है. बशीरहाट हिंसा के विरोध में बीजेपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे उसी दौरान टीएमसी के कार्यकर्ता वहां आ धमके. टकराव से बचने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बशीरहाट-बादुड़िया हिंसा को एक सोची समझी साजिश करार दिया है.
सीएम ने लगाया राज्यपाल पर धमकाने का आरोप
पश्चिम बंगाल में हिंसा पर कल ममता बनर्जी ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर धमकाने का आरोप लगाया था. ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी की लड़ाई में दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व भले ही ममता बनर्जी के साथ खड़ी हो लेकिन पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी तो ममता बनर्जी के खिलाफ बयान दे रहे हैं. त्रिपुरा के गवर्नर तथागत रॉय ने भी राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी का पक्ष लिया है.
ममता बनर्जी ने नहीं भेजी गृमंत्रालय को रिपोर्ट
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार केंद्र सरकार से टकराव के मूड में है. गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से हिंसा की रिपोर्ट मांगी थी लेकिन रिपोर्ट अभी तक नहीं भेजी गई है. वहीं केंद्र ने अर्धसैनिक बलों की 4 कंपनी केंद्र ने भेजी थी जिसे ममता सरकार ने लेने से इंकार कर दिया था.
क्या है मामला ?
पिछले दिनों बादुड़िया के रूद्रपुर गांव के एक शख्स ने फेसबुक पर धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किया था जिसके बाद बादुड़िया और बशीरहाट में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी थी. बशीरहाट और बादुड़िया में माहौल अब भी तनावपूर्ण है. इलाके के लोग सहमे हुए हैं. बशीरहाट में कई परिवार एक साथ एक ही जगह पर रह रहे हैं. लोगों के मन से डर निकालने के लिए बशीरहाट में बीएसएफ फ्लैग मार्च कर रही है.