कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस इस बात से खुश है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी शनिवार को होने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की महारैली में हिस्सा नहीं लेंगे. पार्टी की राज्य इकाई चाहती है कि इस रैली में पार्टी का संभवत: प्रतिनिधित्व करने जा रहे मल्लिकार्जुन खड़गे राज्य में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के कथित उत्पीड़न को इसमें उजागर करेंगे. पश्चिम बंगाल कांग्रेस चाहती थी कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपीए अध्यक्ष 19 जनवरी की रैली से दूर रहें और किसी अन्य नेता को तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित की जा रही विपक्ष की इस महारैली में भेजा जाए.


पार्टी नेताओं का मानना है ऐसा इसलिए किया जाना चाहिए क्योंकि तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी कमलनाथ के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के समारोह में नहीं गयी थीं और उनके इसके बजाय पार्टी सांसद दिनेश त्रिवेदी को भेजा था. बनर्जी ने कहा कि महारैली में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व लोकसभा में पार्टी के नेता खड़गे करेंगे.


कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ''हम इस बात से खुश हैं कि पार्टी आलाकमान ने हमारी भावनाओं का सम्मान किया. राज्य नेतृत्व का यह मानना था कि सोनियाजी या राहुलजी 19 जनवरी को होने वाली रैली में भाग नहीं लें. लिहाजा हमने पार्टी आलाकमान से राज्य इकाई की भावनाओं का सम्मान करने का अनुरोध किया.''


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राज्य कांग्रेस सूत्रों के अनुसार बंगाल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा खड़गे को रैली में दिये जाने वाले भाषण के लिए संक्षिप्त जानकारी मुहैया करायी जाएगी. एक अन्य कांग्रेस नेता ने कहा, ''हम उन्हें (खड़गे को) पश्चिम बंगाल में आतंक की प्रबलता और हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं के उस संघर्ष के बारे में जानकारी देंगे जो वह तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं.''


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