कोलकाता: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान ने बीजेपी आईटी विभाग के नेशनल इंचार्ज अमित मालवीय के ट्वीट पर जवाब दिया है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बीजेपी से धर्मनिरपेक्षता की राजनीति नहीं सीखनी है. अमित मालवीय ने ट्वीट कर एक पत्र शेयर किया है और अब्दुल मन्नान पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया.
अब्दुल मन्नान ने अमित मालवीय को जवाब देते हुए कहा, "हर पार्टी को अपनी स्ट्रैटजी बनाने का हक़ है और बीजेपी से कांग्रेस को धर्मनिरपेक्षता की राजनीति नहीं सीखनी है. भारत की स्वतंत्रता के लिए कांग्रेस ने ही लड़ाई की है और कांग्रेस ये बात गर्व के साथ कह सकती है."
उन्होंने कहा कि इंडियन सेक्युलर फ्रंट यानी कि अब्बास सिद्दीकी के साथ अगर कांग्रेस और सीपीएम का गठबंधन होता है तो ये गठबंधन एक बहुत ही मजबूत दावेदारी पेश करेगा.
इससे पहले अब्दुल मन्नान ने सोनिया गांधी को चिट्ठी भेजकर इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ गठबंधन के फायदों के बारे में बताया था. उसमें मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर जिलों में मुस्लिम वोटों के बारे में कहा गया था और साथ में दलित और अनुसूचित जाती और उपजातियों के वोट के बारे में भी लिखा गया था. अब्दुल मन्नान ने लिखा कि अब्बास सिद्दीकी की पार्टी के साथ गठबंधन हुआ तो कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को फायदा मिलेगा.
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