बंगाल में राशन वितरण घोटालाः TMC नेता शेख शाहजहां फरार, 19 दिन बाद फिर ED की रेड, वीडियोग्राफी भी हो रही
ED Raid: पश्चिम बंगाल राशन वितरण घोटाले के 9 से 11 हजार करोड़ रुपये के होने का अनुमान जताया गया है. इस घोटाले में टीएमसी के कई नेताओं के नाम सामने आए हैं.
ED Raid in West Bengal: पश्चिम बंगाल में हुए राशन वितरण घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फिलहाल एक्शन में है. बुधवार (24 जनवरी, 2024) को ईडी के दस्ते ने नॉर्थ 24 परगना में फरार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के जिला परिषद सदस्य शेख शाहजहां के घर पर छापेमारी की और इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई है. पश्चिम बंगाल राशन वितरण घोटाला 9 से 11 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान जताया गया है.
ईडी की टीम भारी केंद्रीय बल के साथ नॉर्थ 24 परगना के संदेशखाली पहुंची. शेख शाहजहां का घर संदेशखाली में ही है और वह अभी फरार चल रहे हैं. ईडी की टीम जब यहां पिछली आर रेड मारने आई थी, तो उसके ऊपर हमला किया था. इसमें कई ईडी अधिकारी घायल हो गए थे. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि ईडी की टीम के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी. इस हमले को 19 दिन बीत चुके हैं और एक बार फिर से ईडी की टीम यहां छापेमारी के लिए पहुंची है.
पुलिस की टीम भी ईडी के साथ
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने इस बार पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ छापेमारी की है. केंद्रीय बल के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद है, जो टीम की सुरक्षा कर रही है. ईडी की टीम एक चाबी वाले को लेकर भी आई है, जिसमें शाहजहां के घर के मुख्य दरवाजे के दो लॉक को पहले ही तोड़ दिया है. मुख्य दरवाजे के खुलने के साथ ही टीम भीतर दाखिल हुई और वहां रखी चीजों को खंगालने लगी. इस बार पूरी छापेमारी की वीडियोग्राफी की जा रही है.
As many as 19 days after ED officials came under attack at #TMC leader Shah Jahan Sheikh’s residence in Sandeshkhali in North 24 pgs district of #WestBengal, ED conducting raid at his residence today in connection with PDS scam. pic.twitter.com/HPi2gtp54b
— Pooja Mehta (@pooja_news) January 24, 2024
बंगाल का राशन घोटाला क्या है?
दरअसल, पश्चिम बंगाल में हुए राशन घोटाले को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) घोटाले के तौर पर भी जाना जाता है. बंगाल में हुए इस घोटाले में लोगों तक सरकारी राशन के तौर पर चावल और गेहूं की जो सप्लाई होनी थी, उसमें गड़बड़ी देखने को मिली. बकीबुर रहमान नाम के एक बिजनेसमैन पर आरोप है, उसने चावल-गेहूं की सप्लाई लोगों को सही मात्रा में नहीं की. रहमान ने लोगों को बांटे जाने वाले राशन की एक बड़ी मात्रा को मार्केट में बेचकर पैसा कमाया.
ईडी की कहना है कि ये घोटाला 9-11 हजार करोड़ रुपये का हो सकता है. मिली जानकारी के मुताबिक, घोटाले के जरिए 2000 करोड़ रुपये पहले बांग्लादेश पहुंचाया गया और फिर वहां से दुबई भेजा गया. इस घोटाले के तार टीएमसी के कई नेताओं से जुड़े हैं.
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