- हिंदी न्यूज़
-
न्यूज़
-
भारत
ABP Shikhar Sammelan: अमित शाह ने कहा- बंगाल में CM नहीं ‘अस्मिता’ का मुद्दा, ममता को एक सीट से लड़ना चाहिए चुनाव
ABP Shikhar Sammelan: अमित शाह ने कहा- बंगाल में CM नहीं ‘अस्मिता’ का मुद्दा, ममता को एक सीट से लड़ना चाहिए चुनाव
ABP Shikhar Sammelan Live Updates: क्या बीजेपी बंगाल में परिवर्तन ला पाएगी, मां माटी मानुष का नारा देनेवाली ममता बनर्जी जीत की हैट्रिक लगा पाएंगी या फिर कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन कोई कमाल करेगा. आने वाले दिनों में बंगाल का भविष्य कैसा होगा इन्हीं सारी बातों पर एबीपी न्यूज पर शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा हुई.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
18 Feb 2021 09:47 PM
जो पार्टी राजनीतिक हिंसा में विश्वास रखती है वह बंगाल की अस्मिता को बरकरार नहीं रख सकती है. उन्होंने कहा कि एक मौका दे दीजीए, पांच साल में हम सोनार बांग्ला बनाएंगे.
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी को एक ही सीट से चुनाव लड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर बोली हैं तो नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ना चाहिए था. गृह मंत्री ने कहा कि सीएम नहीं बंगाल का अस्मिता है मुद्दा.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर कोई क्राइम करता है तो उसकी उम्र पूछनी चाहिए क्या. या फिर गुनाह किया है या नहीं किया है उसके आधार पर तय होगा. अगर गलत है तो एफआईआर को क्वैश करने में अदालत चले जाइए. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस प्रोफेशनल काम कर रही है. परंतु इसके खिलाफ अदालत तो खुली है.
अमित शाह ने कहा कि पहले कानून वापस लो फिर चर्चा करेंगे ऐसा बोलकर बातचीत नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि हमने बहुत स्पष्ट कर दिया है कि एमएसपी जारी रहेगी. गृह मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में बेहतर सुधार लेकर आए हैं. कानून में अगर कुछ खामियां है तो हम उसमें बदलाव करने को तैयार है.
अमित शाह ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बंगाल में आए दिन बम धमाके होते रहते हैं, शिक्षकों को सातवां वेतन आयोग नहीं दिया गया है. यहां की जीडीपी नीचे जा रही है.
गृह मंत्री अमित शाह ने शिखर सम्मेलन में कहा कि कई गठबंधनों के होने से हमको फायदा होगा. उन्होंने कहा कि हमारी और ओवैसी की दोस्ती हो ही नहीं सकती है. गृह मंत्री ने आगे कहा कि वो अपना चुनाव लड़ रहे हैं और हम अपना. उन्होंने कहा कि टिकटों का बंटवारा धर्म को देखकर नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा कि किसी और पार्टी से लाने का मकसद है पार्टी का विस्तार करना.
अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल को सोनार बांग्ला बनाएंगे. उन्होंने कहा कि बंगाल में हमारे 130 कार्यकर्ता मारे गए. उन्होंने कहा कि मंत्री पर हुए बम हमले की राज्य राज्य सरकार सीबीआई को सौंपे.
बंगाल चुनाव से एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तुष्टिकरण के खिलाफ आक्रोश का नारा है जयश्रीराम. उन्होंने कहा कि जय श्रीराम के नाम पर नहीं होना चाहिए. जय श्रीराम का मुद्दा ममता की गलतियों के कारण बना है. गृहमंत्री ने कहा कि वोटरों को हिन्दू-मुसलमान के लिहाज से नहीं देखता हूं. उन्होंने कहा कि हर चुनाव के कठिन से कठिन मानकर ही लड़ता हूं. उन्होंने कहा कि विश्वास है की पीएम मोदी के नेतृत्व में कम से कम 200 सीट जीतेंगे.
गृह मंत्री अमित शाह ने एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा- सिर्फ बंगाल ही नहीं देश के हर कोने में दिलचस्पी है. उन्होंने कहा चुनाव के समय जनता के बीच जाना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि जब चुनाव नहीं होता है तब भी सभी वर्गों के घर जाकर भोजन करते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद घुसपैठिए का भविष्य तय करेंगे.
बस कुछ देर में एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में गृह मंत्री अमित शाह हिस्सा लेंगे और पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा करेंगे.
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने बाहरी का मुद्दा बनाए जाने को लेकर ममता सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को बाहरी कहना गलता है. घोष ने कहा कि चुनाव में जनता जवाब देगी. उन्होंने कहा कि ममता खुद सरकार को दूसरे राज्य से लेकर आई है. ऐसे में किसी को बाहरी कहना गलत है.
दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल जीतना एक मिशन है क्योंकि जब तक वहां का विकास नहीं होता तो वह विकास अधूरा है. पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि लगातार राजनेताओं को पुलिस की तरफ से धमकी देकर लेफ्ट और टीएमसी को ज्वाइन कराया जाता था.
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्थ चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि आज राज्य के नौजवानों को काम नहीं मिल रहा है और वे अपने माता-पिता को छोड़कर दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर है. उन्होंने कहा कि आज थाने में शाम को बिठाया जाता है और उसके बावजूद रिपोर्ट नहीं लिखी जाती है.
बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा कि हमारा कोई विरोधी नहीं है. उन्होंने विपक्षियों को अतिथि बताते हुए कहा कि ये लोग चले जाएंगे.
कोलकाता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हाकिम उर्फ बॉबी ने कहा कि राजनीति मुद्दा के ऊपर होना चाहिए. व्यक्तिगत आक्रमण बेहतर राजनीति नहीं है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी आंदोलन से आई है. वह संघर्ष करते हुए यहां तक आई है. जहां पर अन्याय हुआ हर आंदोलन में ममता बनर्जी इंसान के लिए लड़ी है.
टीएमसी नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि ममता सरकार राज्य में सख्ती के साथ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 2-4 फीसदी भ्रष्टाचार हर जगह है.
बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि क्राइम होने के बाद यहां पर एफआईआर तक नहीं लिखी जाती है. उन्होंने कहा कि जब महिलाओं के खिलाफ अपराध दर्ज ही नहीं किए जाएंगे तो आंकड़े कहां से आएंगे.
शशि पांजा ने कहा कि कोलकाता सुरक्षित शहर यह सर्वे में बोला गया है. ममता सरकार के आने से पहले महिला पुलिस स्टेशन नहीं था लेकिन आज सिर्फ कोलकाता में ही आठ है. उन्होंने आरएसएस के एक प्रचारक पर बिना नाम लिए निशाना साधा कि उन्होंने महिलाओं को बच्चा पैदा करने का मशीन कहा.
एक्ट्रेस सायोनी घोष ने कहा कि पहली बार यह देखने को मिल रहा है कि व्यक्तिगत तौर पर हमले हो रहे हैं जबकि ये बंगाली संस्कृति में नहीं है. उन्होंने कहा कि रेप हमले की धमकी मिली. ममता सरकार के खिलाफ भी जब-जब देखा गलत हुआ तो बोला है.
पश्चिम बंगाल की महिला कल्याण मंत्री शशि पांजा ने कहा कि राज्य को आर्थिक तौर पर उन्नति हो, इसको लेकर काफी काम किया गया है. महिलाओं को अवसर दिया गया है. जबकि, दूसरी तरफ बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि राज्य में सबसे ज्यादा मानव तस्करी हो रही है. तेजाब फेंकने की घटना हो रही है. बाल विवाह हो रहा है. रोजाना बंगाल में महिलाओं के साथ रेप और छेड़छाड़ हो रहा है.
इंडियन सेक्युलर फ्रंट के चीफ पीरजदा अब्बास ने कहा- बड़े दुख की बात है कि राजनीति राष्ट्र की सेवा लिए होती है, धर्म के लिए नहीं. हम चुनाव में इसलिए हैं ताकि पिछड़े लोगों की बेहतरी हो सके. उन्होंने कहा कि हमलोग ऐसी सरकार चाहते हैं जो किसानों पर अत्याचार ना करें.
फुरफुरा शरीफ दरगाह के मुखिया और इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के संस्थापक पीरजदा अब्बास ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों की हालत काफी खराब है. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर 35 फीसदी बंद मुसलमान ही हैं. उन्होंने कहा कि टीएमसी प्राइमरी स्कूल है जबकि बीजेपी हाई स्कूल है.
फुरफुरा शरीफ दरगाह के मुखिया और इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के संस्थापक पीरजदा अब्बास ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों की हालत काफी खराब है. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर 35 फीसदी बंद मुसलमान ही हैं.
टीएमसी विधायक जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि 2017 से बीजेपी एक भी चुनाव ठीक तरीके से नहीं जीत पाई है. उन्होंने कहा कि हर एजेंसी का इस्तेमाल कर वह चुनाव जीतती है. तिवारी ने कहा कि कांग्रेस को बैसाखी की जरूरत नहीं पड़ती है.
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में कांग्रेस नेता शुभंकर सरकार ने कहा कि जनता ने तय कर लिया है कि राज्य से ममता बनर्जी की सरकार को हटाना है.
टीएमसी नेता काकोली घोष ने कहा कि देश की जीडीपी के मुकाबले पश्चिम बंगाल की जीडीपी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि यह वजह है कि वे मुद्दे को भटका कर गुमराह करने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने कहा- बीजेपी को नेता भी आउट सोर्स करनी पड़ रही है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने आपदा में अवसर तलाशा है. जबकि, अर्जुन सिंह ने कहा कि 34 में लोकतंत्र कहा था बंगाल में यह हर किसी को पता है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक अध्यक्ष को चुनने में पार्टी को इतने दिन लग गए. अर्जुन सिंह ने कहा कि बंगाल को कैपिटल ऑफ कल्चर कहा जाता है और सीएम की तरफ से नड्डा...चड्डा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है.
काकोली घोष ने कहा कि मां सरस्वती की पूजा घर-घर में होती है. पूजा वाला मुद्दा ना उठाया जाए बल्कि जीडीपी की बात होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बंगाल में जो किसान है उन्हें पाच बार अवॉर्ड दिया गया. बंगाल में जो चल रहा है किसान बंधु उसको देकर कोई घटिया योजना क्यों लूं जिससे किसानों का नुकसान हो.
बीजेपी नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने एक निकाय चुनाव जीत गई तो उसका डुगडुगी वह पूरे देश में बजा रही है. उन्होंने कहा बंगाल में चुनाव का असली मुद्दा है भ्रष्टाचार. जो लोग अपराधी है, अपराध कर रहे है आज उनकी संपत्ति की सीमा पार हो गई है. हालत ये हो गई है कि कोरोना काल में चावल तक की चोरी की गई है.
जबकि, टीएमसी नेता काकोली घोष ने कहा कि 2019 में जब जीतकर आए तो 33 फीसदी सांसद पर आपराधिक मामले चल रहे थे. कई बीजेपी शासित राज्यों में मुख्यमंत्रियों के ऊपर पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
टीएमसी नेता काकोली घोष ने कहा कि बीजेपी सरकार में किसान परेशान है. उन्होंने कहा कि महिलाओं में बीजेपी का अभी से डर है. कालोली ने कहा कि बीजेपी का 200 सीट जीतने का दावा बेकार है.
जबकि, दूसरी तरफ कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने कहा कि 200 सीट जीतने की बात यह सिर्फ एक जुमला है. उन्होंने कहा कि डीजल 80 और पेट्रोल 100 है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बिहार में बीजेपी ने बी टीम के सहारे चुनाव जीता है. रोहन गुप्ता ने कहा कि 7 साल में बीजेपी ने सिर्फ विधायक को तोड़ा है वो चाहे बात गोवा की हो या फिर मणिपुर की.
तो वहीं टीएमसी नेता काकोली घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी क 200 सीट जीतने का दावा पैदल चलकर चंद्रमा तक पहुंचने जैसा है.
बैरकपुर सीट से बीजेपी के लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह ने एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन में कहा कि हम इस बार पश्चिम बंगाल में ऐसी तैयारी कर रहे हैं कि इसमें कोई हैरानी नहीं होगी अगर अगर हमारी सीटों की संख्या 200 के पार पहुंच जाएगा.
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपल तथागत रॉय ने कहा कि सीएए कानून जो पारित किया गया वो किसी मजाक के लिए नहीं हुआ है बल्कि इसका उद्देश्य है. इसके क्रियान्वनयन के लिए नियम बनाया जाना है. अगर जल्दबाजी में किया गया तो उस पर मुकदमेबाजी हो सकती है. इसलिए उसमें समय लग सकता है. उन्होंने कहा कि असम में जो चुनाव होता है वह दूसरे मुद्दे पर होता है.
तथागत रॉय ने कहा कि राज्यपाल जरूर निष्पक्ष काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जब चुनी हुई सरकार जब संविधान के प्रावधान के मुताबिक काम नहीं करती है तो राज्यपाल का काम होता है उस वक्त अपनी ताकत दिखा देना. राज्यपाल के यह देखना है कि जो मौजूद सरकार है वह संविधान मानती है भी या नहीं.
तथागत रॉय ने कहा कि जगदीप धनखड़ के ऊपर जिस तरह से आरोप लगाए गए, जैसा उनके साथ सलूक हुआ है वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी राज्यपाल के ऊपर यह आरोप लगाना कि यह किसी पार्टी के प्रवक्ता हैं, यह बिल्कुल गलत है.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल एक ऐसा संस्था है जो हमारे संविधान रचैता ने बहुत सोच समझकर बनाया है. सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बनाया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कहा गया है कि राज्यपाल एक डीजल जेनरेटर जैसा है, जब शादी में पॉवर चली जाती है तो पता चलता है जेनरेटर की क्या अहमियत होती है. ठीक वैसे ही जब कोई संवैधानिक संकट पैदा होता है तो राज्यपाल की महत्ता का पता चलता है.
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में कहा कि पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ठीक काम कर रहे हैं. ऐसे में किसी पार्टी की तरफ से उनके ऊपर आरोप लगाना ठीक नहीं है.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी प्रचार कर रहे हैं असम भी जा रहे हैं. वह बंगाल में भी आएंगे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नहीं आने के बाद इतनी चर्चा से ऐसा लगता है कि जरूर राहुल गांध की अहमियत बरकरार है. यह जानकर हमें खुशी होती है. उन्होंने कहा कि हम बंगाल की सत्ता पर आने की पूरी कोशिश करेंगे. इसको लेकर पूरजोर प्रयास शुरू कर दिया है. कांग्रेस और लफ्ट पार्टी लेफ्ट फ्रंट में जोरदार तरीके से उभरे हैं.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा क सीएए को लेकर सरकार दुविधा में हैं. उन्होंने कहा कि इसकी वजह है कि असम, बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी में चुनाव होना है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी असम में जाकर यह कहती है कि सीएए लागू करेंगे तो नुकसान होगा. उन्होने कहा कि असम के लोगों का कहना है कि हर घुसपैठिया हमारे लिए बुरा है. असम के लोगों का कहना है कि हिन्दू-मुसलमान सभी को भगाओ ऐसे में अमित शाह को लग रहा है कि इससे नुकसान होगा.
अधीर रंजन चौधरी ने एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में कहा कि राम की निगाह में कोई हिन्दू और कोई मुसलमान नहीं होता. उन्होंने कहा कि राम को अगर चुनावी मुद्दा बनाया जाता है तो राम का अपमान होता है. उन्होंने कहा कि बंगाल की तहजीब ऐसी है कि हम यहां पर राम और कृष्ण को मिला देते हैं. उन्होंने कहा कि राम के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए.
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में आए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में द्विपक्षीय नहीं बल्कि त्रिकोणी मुकाबला होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी हर बात में मोदी-शाह को बुलाती है.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम चाहते हैं कि सारे धर्मनिरपेक्ष पार्टी एक हो जाए. उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी हमारे साथ जुड़ती है तो हम ये देखेंगे कि वह धर्मनिरपेक्ष है या नहीं. उन्होंने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी को वोट कटुवा करार दिया.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम चाहते हैं कि सारे धर्मनिरपेक्ष पार्टी एक हो जाए. उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी हमारे साथ जुड़ती है तो हम ये देखेंगे कि वह धर्मनिरपेक्ष है या नहीं. उन्होंने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी को वोट कटुवा करार दिया.
राज्य में हिंसा को लेकर सौगत रॉय ने कहा, ''बंगाल में उतनी हिंसा नहीं है, जितनी मीडिया में दिखाई जाती है. क्या बंगाल में उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात से ज्यादा हिंसा है?'' उन्होंने कहा, ''ममता के दस साल के कार्यकाल में किसी पुलिसवाले की हिंसा में जान गई. क्या यहां मॉस किलिंग हुई, जैसी लेफ्ट के दौर में नंदीग्राम में हुई थी? राज्य में होने वाली हिंसा दुखद है.'' सौगत रॉय ने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि राज्य में उसके 130 कार्यकर्ता मरे हैं, ये बात मैं नहीं मानता.
"जय श्रीराम बंगालियों का नारा नहीं- सौगत राय"
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा- मां, माटी और मानुष अभी भी ममता बनर्जी का नारा है. माटी और मानुष का गहरा ताल्लुक है. मीडिया में ममता बनर्जी की गलत छवि बनायी जा रही है. ममता बनर्जी की छवि बंगाल की जनता के लिए अभिभावक की तरह है. जय श्रीराम के नारे पर विवाद को लेकर सौगत राय ने कहा- जय श्रीराम बंगालियों का नारा नहीं है. बंगालियों का नारा है जय मां काली. जय श्रीराम से किसी को दिक्कत नहीं है, जिसे बोलना है बोले. कोई कहीं भी बोल सकता है लेकिन नेता जी के कार्यक्रम जय श्रीराम का नारा लगाना हमें गलत लगा. रास्ते में कोई जय श्रीराम बोले उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है. एक घटना को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया है.
"जय श्रीराम बंगालियों का नारा नहीं- सौगत राय"
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा- मां, माटी और मानुष अभी भी ममता बनर्जी का नारा है. माटी और मानुष का गहरा ताल्लुक है. मीडिया में ममता बनर्जी की गलत छवि बनायी जा रही है. ममता बनर्जी की छवि बंगाल की जनता के लिए अभिभावक की तरह है. जय श्रीराम के नारे पर विवाद को लेकर सौगत राय ने कहा- जय श्रीराम बंगालियों का नारा नहीं है. बंगालियों का नारा है जय मां काली. जय श्रीराम से किसी को दिक्कत नहीं है, जिसे बोलना है बोले. कोई कहीं भी बोल सकता है लेकिन नेता जी के कार्यक्रम जय श्रीराम का नारा लगाना हमें गलत लगा. रास्ते में कोई जय श्रीराम बोले उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है. एक घटना को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया है.
"बीजेपी ने देश को प्राइवेट लिमिटेड बना दिया"
जय श्री राम के नारे पर ममता बनर्जी के एतराज पर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा. सबकी अपनी सोच होती है.' वहीं इस मुद्दे पर टीएमसी नेता सुजाता मंडल ने कहा, 'राम जी को लेकर हिंदू मुस्लिम को लेकर बीजेपी हमेशा नारा क्यों लगाती है, ये छोड़कर बीजेपी को कोई अच्छा काम करना चाहिए. देश को प्राइवेट लिमिटेड बना दिया है.'
"मैंने टीएमसी छोड़ी नहीं, निकाला गया"
बीजेपी नेता वैशाली डालमिया ने कहा, 'मैं पहले भारतीय हूं, फिर कुछ और. मुझे भारतीय होने पर गर्व है. मैं बंगाल के लिए बहुत कुछ करना चाहती हूं. टीएमसी में रहकर कुछ नहीं कर सकी. साढ़े तीन साल से कह रही हूं कि बंगाल में भ्रष्टाचार हो रहा है, इसके लिए कई बार चिट्ठी भी लिख चुकी हूं. मैंने टीएमसी छोड़ी नहीं है, मुझे निकाला गया है. अगर मुझे खुद छोड़ना होता, तो अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद ही छोड़ती.'
बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा, 'जो जनता के लिए अच्छा सोचेगा, वही जीतेगा. मैं सभी पार्टियों से एक अनुरोध करना चाहता हूं कि हमें एक हिंसा नहीं चाहिए. मैं केवल बंगाल की नहीं, पूरे हिंदुस्तान की बात कर रहा हूं. राजनीति में लड़ाई सिर्फ कुर्सी की होती है, अभी कहीं मैं बैठा हूं, 10 मिनट बाद यहां कोई और आकर बनेगा.'
बीजेपी का साथ छोड़ टीएमसी में शामिल हुईं सुजाता मंडल खान बीजेपी नेता सौमित्र खान की पत्नी हैं. उन्होंने एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर कहा, 'मेरा परिचय सिर्फ सुजाता मंडल है, प्लीज मेरे नाम के आगे खान मत लगाइए. सौमित्र ने दो दिन की पार्टी के लिए मेरा साथ छोड़ दिया. इसका मतलब बीजेपी जो बोलती है, वो करती नहीं है. यहां महिलाओं का सम्मान नहीं है.'
लक्ष्मी रतन शुक्ला बंगाल सरकार में मंत्री थे, अभी हाल ही में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा, 'अभी कहीं जाने का इरादा नहीं है. मैं जहां था वहीं हूं.' वहीं टीएससी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम चुकीं वैशाली डालमिया ने एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा, 'टीएमसी में भ्रष्ट लोग ज्यादा हैं. मैं बंगाल के लिए काम करना चाहती हूं. मैं ममता दीदी के किलाफ कभी नहीं बोली, लेकिन पार्टी ने मुझे अलविदा कह दिया.'
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर अब टीएससी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम चुकी वैशाली डालमिया, बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला और बीजेपी का साथ छोड़ टीएमसी में आईं सुजाता मंडल खान मौजूद हैं. इस सत्र का नाम 'परिवर्तन पार्टी वाला' है.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर अब टीएससी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम चुकी वैशाली डालमिया, बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला और बीजेपी का साथ छोड़ टीएमसी में आईं सुजाता मंडल खान मौजूद हैं. इस सत्र का नाम 'परिवर्तन पार्टी वाला' है.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया शिरनेट ने कहा, 'जहां भी दंगे होते हैं वहां-वहां बीजेपी का लिंक क्यों होता है. गांधी के इस देश में आज भी गोडसे के उपासक हैं, उनकी पुण्यतिथि पर गोडसे की जजकार करने वालों को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री फॉलो करते हैं. गोडसे की जय जयकार करने वाले संसद में बैठते हैं, उन्हें मैं साध्वी नहीं कहूंगी क्योंकि हिंदू धर्म में मेरी आस्था है. जिस दिन बीजेपी प्रज्ञ्या को अपनी पार्टी से निकाल देगी, उस दिन गांधी के इस देश में रामचंद्र, गांधी, सुभाष चंद्र बोस का नाम लेगी.'
टीएमसी नेता सांसद विवेक गुप्ता ने कहा, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की गाड़ी के काफिले पर पत्थर फेंकने वाला बीजेपी का ही कार्यकर्ता था. वह पुलिस की गिरप्त में है. ये चाहें तो सुप्रीम कोर्ट तक चले जाएं, लेकिन नहीं जा सकते.
बीजेपी पर हमला करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया शिरनेट ने कहा, 'हमने अपने मैनिफेस्टो में कहा था कि 42 हजार मंडिया बढ़ाकर 2.5 लाख मंडियां बनाएंगे. छोटे कस्बों में मंडिया बनेंगी. इसके बाद एपीएससी में रिफॉर्म लाएंगे, लेकिन इन लोगों ने ऐसा कुछ नहीं किया. ये कहते हैं कि किसानों के साथ खड़े हैं तो 200 किसानों की मौत कैसे हो गई. बॉर्डर पर बच्चे तक बैठे हुए हैं लेकिन मोदी जी के पास उनके लिए दो शब्द कहने के लिए नहीं है.'
मंच पर विपक्ष की घेराबंदी के बाद बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, 'यूपीए सरकार के दौरान 10 सालों में एक लाख 10 हजार किसानों ने आत्महत्या की. कांग्रेस हमेशा बिचौलिए के साथ खड़ी रही है. कभी इतनी बड़ी पार्टी हुआ करती थी कि सीटें बांटा करती थी, आज भीख मांगती है. इन्होंने 10 सालों में कितने रोजगार के अवसर दिए, बता दें.'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए मीनाक्क्षी मुखर्जी ने कहा, 'किसानों की बात दम भर के होती है, ये अच्छी बात है. आप खुद को किसान का हितैषी बताते हैं. लेकिन वहां सीमा पर 200 से ज्यादा किसानों की मौत हो गई, लेकिन क्या आपने कभी उनके प्रति संवेदना जताई. मोदी सात साल से सरकार में हैं, लेकिन देश में कहीं विकास दिख नहीं रहा है.'
आखिर कैसे बंगाल बनेगा सोनार बांग्ला? इस सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया शिरनेट ने कहा, 'यहां मुद्दे की बात नहीं होती है. बात उसकी होती है जो मुद्दे से भटकाता है. यहां बात किसानों की होनी चाहिए. बंगाल में चुनाव में मुद्दा धर्म बना दिया है.' इस पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पूछा, 'हिंदूं मुस्लिम के बीच यहां लड़ाई किसने कराई. बीजेपी ने सभी का सम्मान किया है. जय श्री राम के नारे से ममता भड़क जाती है. मैं पूछना चाहता हूं कि ममता पीएम निधि योजना लागू क्यों नहीं की.'
टीएमसी नेता सांसद विवेक गुप्ता ने एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर कहा, 'बंगाल के 11 करोड़ निवासियों की तरक्की के साथ ही पश्चिम बंगाल को सोनार बांग्ला बनाया जा सकता है. इसके लिए हमने कई योजनाएं लागू की हैं. लेकिन केंद्र में बैठी बीजेपी ने बंगाल का जीएसटी का पैसा रोक रखा है.'
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया शिरनेट, टीएमसी नेता सांसद विवेक गुप्ता और मीनाक्क्षी मुखर्जी मौजूद हैं.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया शिरनेट, टीएमसी नेता सांसद विवेक गुप्ता और मीनाक्क्षी मुखर्जी मौजूद हैं.
टीएमसी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर तंज सकते हुए टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर ने एबीपी न्यूज से कहा, 'दिनेश त्रिपेदी ने हमारे साथ विश्वासघात किया है. वह हमेशा से दलबदलू रहे हैं. उनका दम हर जगह घुटता रहा है.' राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए सुखेंदु शेखर ने कहा कि राज्यपाल को बंगाल में ममता बनर्जी के हैट्रिक लगाने का डर सता रहा है, इसलिए वह राज्य सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.
"बंगाल में हिंसा फैलाने की कोशिश"
बंगाल में हिंसा के सवाल पर टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर ने एबीपी न्यूज से कहा, 'मुर्शिबाद में मंत्री जाकिर हुसैन पर हमला चिंता की बात है. बीजेपी बंगाल में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रही है. केंद्र में बीजेपी सत्ता में है, उनके पास सीआरपीएफ है. हम दोषियों को छोड़ेंग नहीं.'
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के मंच पर अब अगले मेहमान टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर राव आ गए हैं. आखिर कैसे होगा बंगाल का विकास? इस सवाल के जवाब में सुखेंदु शेखर राव ने कहा, 'लेफ्ट ने हर क्षेत्र में बंगाल को पीछे छोड़ दिया है. 2011 तक 56 हजार कारखाने बंद हो गए. बंगाल में निवेश के लिए कोई नहीं आता था. जब ममता बनर्जी सत्ता में आई, तो उन्होंने बंगाल के पुनर्निमाण का काम किया. शांति स्थापना करना हमारी प्राथमिकता रही है.'
बीजेपी और टीएमसी दोनों पार्टियां इस बार चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही हैं. इसपर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, 'कौनसी पार्टी यहां आती है, मेरा कोई मतलब नहीं है. ममता बनर्जी मेरे बारे में अच्छे से जानती हैं कि ये राज्यपाल किसी भी हाल में संविधान के खिलाफ नहीं जाएगा.'
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'आज पश्चिम बंगाल कहां है? क्या यहां कोई इंडस्ट्री है? विधानसभा में राज्यपाल से बुलवा दिया कि 6 लाख करोड़ का कार्यक्रम एडवांस स्टेज में है. राज्यपाल हाथ जोड़कर एक सवाल पूछता है कि कहां पर है, कौन से भूभाग में है?'
"यहां सरकारी कर्मचारी नेताओं की तरह"
बाकी राज्यों के राज्यपाल के मुकाबले आप इतना एक्टिव क्यों? इस सवाल के जवाब में धनखड़ ने कहा, 'मैं बंगाल की जनता से नाउम्मीद नहीं कर सकता हूं. यहां सरकारी कर्मचारी नेताओं की तरह काम कर रहे हैं. पूछिए किसी से यहां अफसरों की पोस्टिंग किस तरह होती है, किसके सामने वो नमस्तक होते हैं.'
"बंगाल में हालात इमरजेंसी से भी भयावह"
क्या आप बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं? इस सवाल के जवाब में बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, 'राजभवन में सबसे ज्यादा मुलाकात मेरी विपक्ष से होती है. रूलिंग पार्टी के लोग कभी राजभवन नहीं आते हैं. किसी से पूछ लीजिए, मैं खुद उनसे बात करने के लिए आगे बढ़ता हूं. पहली बार मैंने 7 फरवरी 2020 को विधानसभा में संबोधित किया. बंगाल में हालात इमरजेंसी से भी भयावह है.'
"ममता सरकार मेरा साथ नहीं देती "
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'बंगाल में जब तूफान एमफन आया मेरी उसपर पूरी नजर थी. लेकिन कोलकाता में उस तूफान से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं ती. कोलकाता ने वो सात दिन कभी नहीं देखें. मेरा दायित्व राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करना है. लेकिन ममता सरकार मेरा साथ नहीं देती है. उनसे फोन पर कई बार बात हुई, हालांकि मुलाकात उतनी बार नहीं हुई जितनी होनी चाहिए थी. मुझे कभी किसी सरकारी कार्यक्रम में बुलाया गया. मैंने किसी एसपी और कलेक्टर की शक्ल नहीं देखी.'
"खबर वह नहीं, जिसका विज्ञापन दिया जाए"
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'खबर वह है जिसे हम छिपाना चाहें, खबर वह नहीं है जिसका विज्ञापन दिया जाए. मुझे मीडिया से बहुत उम्मीदें हैं. पश्चिम बंगाल के लोगों का किसी से कोई मुकाबला नहीं है. यहां के लोग बहुत मेहनती हैं.'
"बंगाल में अन्नदाता के पेट पर लात मारी जा रही है"
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'मैं खुद किसान परिवार से हूं. बंगाल के किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. क्योंकि यहां पीएम किसान निधि योजना लागू नहीं की की गई है. बंगाल में अन्नदाता के पेट पर लात मारी जा रही है. इतनी भयावह की स्थिति है कि लोग बात नहीं कर पा रहे हैं. लोग ईंट और सीमेंट अपनी मर्जी से नहीं खरीद सकते.'
"बंगाल में महिला अपराध चरम पर"
ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'बंगाल में उद्योग धंधा बंद होते जा रहे हैं. बंगाल में महिला अपराध चरम पर है. हालात बहुत खराब है. प्रशासन ने रेप और कैडनेपिंग की जानकारी देने से मना कर दिया है. हमें महिला अपराध का डेटा नहीं दिया जा रहा है.'
"संविधान की रक्षा और जनहित मेरी जिम्मेदारी"
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज से कहा, 'कोलकाता में एबीपी न्यूज का स्वागत है. बंगाल का राज्यपाल बनना मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. मुझ पर बड़ा उत्तरदायित्व है. संविधान की रक्षा और जनहित मेरी जिम्मेदारी है. मेरा ये संकल्प भी है कि किसी भी परिस्थिति में संविधान की लक्ष्मण रेखा न तो मैं पार करुंगा और न ही किसी को करने दूंगा.'
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान
CONTENTपश्चिम बंगाल के चुनावी घमासान के बीच आज एबीपी न्यूज के मंच पर बंगाल की राजनीति के दिग्गज जुटने जा रहे हैं. एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन थोड़ी देर में शुरू होने वाला है. बंगाल चुनावों का एलान होना बाकी है. उससे पहले ही बंगाल की राजनीति हिंसा के खतरनाक दौर में पहुंच गई है. एबीपी 'शिखर सम्मेलन' के पहले मेहमान हैं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़.
बंगाल के सियासी घमासान पर आज एबीपी न्यूज पर सजेगा दिग्गजों का मंच- सुबह 10 बजे से देखिए शिखर सम्मेलन...रात 8 बजे गृह मंत्री अमित शाह होंगे LIVE
बैकग्राउंड
ABP Shikhar Sammelan Live: मौसम का पारा तेजी से चढ़ रहा है लेकिन उससे भी तेजी से बंगाल के सियासी मैदान का पारा चढ़ रहा है. रोड शो, रैलियों और हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल में आने वाले कुछ दिनों में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 का एलान होने वाले हैं. चुनाव को लेकर हर पार्टी के अपने अपने दावे कर रही है. चुनाव के सबसे सटीक विश्लेषण और कवरेज के साथ आपका भरोसेमंद चैनल एबीपी न्यूज आपके लिए शिखर सम्मेलन लेकर आया है.
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 को लेकर किस पार्टी का क्या प्लान है और सबके वादे-दावों के लिए आज दिनभर आप एबीपी न्यूज पर शिखर सम्मेलन देखेंगे. शिखर सम्मेलन के मेहमानों की लिस्ट में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़, गृहमंत्री अमित शाह, बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष, टीएमसी के सौगत रॉय, सुखेंदु शेखर रॉय, लक्ष्मी रतन शुक्ला, उषा उत्थुप, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस प्रवक्ता रोहन गुप्ता
समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं....
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 को लेकर दो दिन पहले एबीपी न्यूज और सीएनएक्स ने चुनावी सर्वे भी किया जिसमें टीएमसी को 146-156 सीटें, बीजेपी को 112-122 सीटें और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 24 सीटें मिलने का अनुमान है. सीएम के लिए 52% लोगों के लिए पहली पसंद ममता बनर्जी ही हैं. मुख्यमंत्री के तौर पर ममता को भले टक्कर ना मिल रही हो लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में जीत और टीएमसी के टोले को खाली करके बीजेपी पूरे जोश से मैदान में हैं.
भी पढ़ें-
कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नए SOP जारी, 22 फरवरी आधी रात से लागू
आज से बंगाल के दौरे पर अमित शाह, बीजेपी की 5वीं परिवर्तन यात्रा को दिखाएंगे हरी झंडी