बंगाल चुनाव: इस सीट पर धोनी के पुराने दोस्त TMC के टिकट पर लड़ रहे चुनाव, BJP के हिरण चटर्जी से है मुकाबला
खड़गपुर सदर सीट का इतिहास रहा है कि जो पार्टी सत्ता में आती है, उसका उम्मीदवार यहां से कभी नहीं जीता. 2016 में बीजेपी को भले ही 3 सीट मिली हों, लेकिन पार्टी खड़गपुर सदर सीट जीतने में कामयाब रही थी.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तारीखें अब बेहद करीब आ गई हैं. 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग होनी है, ऐसे में राज्य में सियासी गहमागहमी बढ़ गई है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर जीत का दम भर रही है, तो बीजेपी भी 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है. वहीं, लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को भी अपनी जीत का भरोसा है. बंगाल चुनाव में सांसदों से लेकर सितारों तक को पार्टियों ने चुनावी मैदान में उतार दिया है. इस बीच खड़गपुर सदर सीट भी चर्चा में है, जहां से कभी क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के साथी और दोस्त रहे प्रदीप सरकार टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने बीजेपी के टिकट पर जाने माने अभिनेता हिरण चटर्जी हैं.
क्या है खड़गपुर सदर सीट का गणित
खड़गपुर का नाम इसके रेलवे स्टेशन की वजह से काफी पहले से मशहूर रहा है. खड़गपुर रेलवे स्टेशन सबसे लंबे रेलवे स्टेशनों में भारत में तीसरे नंबर पर आता है. यहां बिहार और उत्तर प्रदेश से आये हुए मजदूरों के अलावा रेलवे में काम करने वाले आंध्र प्रदेश के लाखों लोग आस पास के इलाकों में बस गए थे. इसलिए बंगाल में खड़गपुर को कभी कभी लोग मिनी इंडिया भी कहते हैं.
खड़गपुर में तेलुगु वोटर लगभग 30 फीसदी है और इसके साथ दूसरे समुदाय के लोगों को मिलाकर अगर देखा जाए तो यहां बंगाली और "बाहरी" वोटरों की संख्या लगभग 50-50 है. खड़गपुर में तेलुगु में बात करने वाले डेढ़ लाख लोग हैं. इसीलिए खड़गपुर को देखते हुए कुछ दिन पहले तेलुगु भाषा को ममता सरकार की तरफ से बंगाल में सरकारी काम काज के लिए मान्यता भी दी गई.
सत्ता में आने वाली पार्टी को नहीं मिली जीत
इस सीट का इतिहास रहा है कि जो पार्टी सत्ता में आती है, उसका उम्मीदवार यहां से कभी नहीं जीता. 1956 से लेकर 2016 तक यानी 60 सालों में कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि खड़गपुर सदर में सत्ता में आने वाली पार्टी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की हो. 2016 में बीजेपी को भले ही 3 सीट मिली हों, लेकिन पार्टी खड़गपुर सदर सीट जीतने में कामयाब रही थी. यहां से दिलीप घोष ने जीत हासिल की थी. बीजेपी के लिए खड़गपुर इस बार कोई आम सीट नहीं है, बल्कि साख की लड़ाई है.
इस सीट पर टीएमसी के प्रदीप सरकार और बिजेपी के हिरण चटर्जी के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है. बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी जब खड़गपुर में रेलवे के टीटी का काम करते थे और टेनिस बॉल से 200-300 रुपये के लिए टूर्नामेंट खेला करते थे, प्रदीप सरकार उसी समय खड़गपुर में धोनी के साथी और दोस्त थे. इसबार वही, प्रदीप और अभिनेता हिरण चटर्जी चुनावी मैदान में आमने सामने है.
खड़गपुर में अपने घरेलू मैदान को प्रदीप अच्छे से जानते हैं और 2019 के उपचुनाव में यहां से करीब 21 हज़ार वोटों से जीत हासिल कर चुके हैं. इस बार भी प्रदीप कॉन्फिडेंट दिख रहे हैं.
दूसरी तरफ बंगाल के जाने माने अभिनेता हिरण चटर्जी पिछले कुछ दिनों से कोलकाता छोड़कर यहीं आकर प्रचार के काम में लगे हुए हैं. हिरण सोमवार को एक कार्यक्रम के बाद लोगों को दोपहर का खाना अपने हाथों से खिलाते हुए दिखाई दिए. फिल्म स्टार के साथ लोगों ने भी खूब सेल्फी ली. 1 अप्रैल यानी दूसरे चरण को खड़गपुर में वोटिंग होनी है.