कोलकाताः पश्चिम बंगाल में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे नेताओं के सियासी दल बदलने का सिलसिला और तेज हो रहा है. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) आज बंगाल चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. इस बीच खबर आई है कि सीएम ममता को उनकी ही पार्टी के नेताओं से झटका लग सकता है. जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी की पार्टी में बड़ी फूट के आसार हैं. सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी के 10 विधायक और तीन सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं. सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में बीजेपी इन सभी नेताओं के बैकग्राउंड चेक कर पार्टी में शामिल करवा सकती है.


सूत्रों की माने तो टीएमसी के जो विधायक साफ़ छवि के होंगे उन्हें पार्टी में शामिल कराया जाएगा, तीन सांसदों में से कांथी से सांसद शिशिर अधिकारी तो खुल कर सामने भी आ गए हैं. शिशिर अधिकारी, शुभेंदु अधिकारी के पिता है और वर्ष 2009 से कांथी लोकसभा सीट से तृणमूल कॉग्रेस के सांसद हैं.


शिशिर अधिकारी ने कहा, ''नंदीग्राम में इस बार नतीजे तृणमूल के लिए अच्छे नहीं रहने वाले हैं. उनके बेटे और परिवार के लिए जिस तरह की छिछली बातें की जा रही है वो तो लेफ़्ट पार्टियों ने भी कभी उनके लिए नहीं की है. टीएमसी के लिए इस बार पहले जैसा कुछ नहीं रहने वाला है.''


ख़बर है कि बीजेपी टीएमसी के विधायकों और सांसदों को तभी पार्टी में शामिल करेगी जब वे बेदाग़ छवि के होंगे. अगर पार्टी को उनके इतिहास और चरित्र पर गड़बड़ रिपोर्ट मिली तो उन्हें बीजेपी में शामिल नहीं किया जाएगा. लेकिन बीजेपी जिन्हें बेदाग पाएगी उन्हें चरणबद्ध तरीके से पार्टी में शामिल करेगी ताकि बीजेपी के पक्ष में हवा बनाने में इनका इस्तेमाल किया जा सके.


आपको बता दे कि पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे. वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. नतीजों की घोषणा दो मई को होगी.


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