कोलकाता: कोरोना महामारी से हाहाकार के बीच सोमवार को पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के दौरान 86 लाख से अधिक मतदाता 34 सीटों पर 284 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. इस चरण में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गृह निर्वाचन क्षेत्र भवानीपुर में भी वोटिंग होगी.


चुनाव के पूर्व के चरणों में हुई हिंसा के मद्देनजर सातवें चरण के मतदान के लिए चुनाव आयोग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. इस चरण में सेंट्रल फोर्सेस की कुल 653 कंपनियों को सुरक्षा में तैनात किया गया है. आसनसोल और दुर्गापुर समेत पश्चिम बर्धमान जैसे इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं. सबसे ज़्यादा पश्चिम बर्धमान में 154 कंपनियां, दक्षिण दिनाजपुर में 108 कंपनियां, मुर्शिदाबाद में 102 कंपनियां, मालदा में 122 कंपनियां और कोलकाता में 63 कंपनियां तैनात रहेंगी.


जांगीपर और शमशेरगंज सीट पर उम्मीदवारों की मौत की वजह से 16 मई को चुनाव होगा. हालांकि जांगीपर पुलिस डिस्ट्रिक्ट पर 122 कंपनी सेंट्रल फ़ोर्स तैनात रहेगी. चुनाव आयोग दक्षिण कोलकाता की 380 बूथ को गंभीर रूप से संवेदनशील मान रही है. दक्षिण दिनाजपुर में 420 ऐसी बूथ हैं जो कि गंभीर रूप से संवेदनशील हैं. पश्चिम बर्धमान में ऐसे बूथों की संख्या 1428 है. मालदा में ये संख्या है 1120. मुर्शिदाबाद में 1680. इन बूथों पर वेब कास्टिंग और वीडियोग्राफी की जाएगी.


अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 रोधी प्रोटोकॉल का कड़ा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सातवें चरण में 12,068 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. सभी की नजरें भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र पर होंगी जहां से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी मौजूदा विधायक हैं और वह इसी क्षेत्र की निवासी हैं.


बनर्जी ने इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है और अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र से अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के विद्युत मंत्री सोभनदेब चट्टोपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने भवानीपुर से अभिनेता रुद्रनील घोष को अपना उम्मीदवार बनाया है जो तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भगवा दल में शामिल हो गए थे.