West Bengal Election: मालदा में चुनाव से पहले टीएमसी छोड़ 75 अल्पसंख्यक परिवार बीजेपी में शामिल
बीजेपी ने कहा कि अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है. लोगों को धीरे-धीरे समझ में आने लगा है कि कौन सी पार्टी सांप्रदायिक है. अल्पसंख्यक समुदाय का झुकाव बीजेपी की ओर बढ़ रहा है. वहीं टीएमसी के स्थानीय नेता ने इसे चुनावी स्टंट करा दिया है.
मालदा: ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आ रहा है राजनीतिक पार्टियों के नेताओं और समर्थकों का पाला बदलने का सिलसिला भी तेज हो गया है. इस बीच मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में संजीव घोष और देवव्रत पाल के नेतृत्व में 75 अल्पसंख्यक परिवार बुधवार को तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए.
हरिश्चंदपुर-दक्षिण मंडल के बीजेपी अध्यक्ष रूपेश अग्रवाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, "राजनीतिक पार्टियों द्वारा अल्पसंख्यकों को गुमराह किया जा रहा है. राजनीतिक पार्टियों द्वारा बीजेपी को सांप्रदायिक बताकर अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है. धीरे-धीरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को समझ में आने लगा है कि कौन पार्टी सांप्रदायिक है और कौन नहीं. यही कारण है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का झुकाव बीजेपी की ओर बढ़ रहा है."
दूसरी ओर हरिश्चंद्रपुर-1 ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष माणिक दास ने अल्पसंख्यकों के बीजेपी में शामिल होने की बात को बेबुनियाद करार दिया. टीएमसी के स्थानीय नेता ने इसका खंडन करते हुए कहा कि यह सिर्फ चुनावी स्टंट है.
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