बंगाल में ISF से गठबंधन पर कांग्रेस में घमासान बढ़ा, बीजेपी बोली- ये गठबंधन नहीं ठगबंधन है
बंगाल में लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन में सीट बंटवारे पर विवाद बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह इंडियन सेक्युलर फ्रंट के अब्बास सिद्दीकी बने हैं. कांग्रेस एक भी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है जबकि आईएसएफ की नजरें उन्हीं सीटों पर है. कांग्रेस की आतंरिक कलह पर बीजेपी ने हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे ठगबंधन बताया है.
नई दिल्ली: बंगाल में कांग्रेस के आईएफएस के साथ गठबंधन को लेकर अभी तक पार्टी में आंतरिक कलह मची हुई थी. अब इस कलह पर बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी ने कांग्रेस और आईएफएस के गठबंधन को ठगबंधन करार दिया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अपनी प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए कांग्रेस गठबंधन पर निर्भर है. पात्रा ने आरोप लगाया कि एक तरफ कांग्रेस खुद को सेक्युलर बताती है और दूसरी तरफ सांप्रदायिक गठबंधन करती है.
संबित पात्रा ने कहा, ''आज कांग्रेस अपनी प्रसांगिकता को बनाएं रखने के लिए गठबंधन पर निर्भर है. ठीक ऐसी ही एक गठबंधन की प्रक्रिया राहुल गांधी जी और उनकी कांग्रेस पार्टी बंगाल में कर रहे हैं. कांग्रेस ने जितने भी गठबंधन किये हैं वो किसी अच्छे परफॉर्मेंस, अच्छे रिफॉर्म्स या अच्छी गवर्नेंस के लिए नहीं किए हैं. ये गठबंधन केवल इसलिए किये कि किसी प्रकार गांधी परिवार अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाएं रखें.''
पात्रा ने कहा, ''जो कांग्रेस अपने को सेक्युलर बताती है, वही कांग्रेस बंगाल में ISF के साथ गठबंधन करती है. केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन करती है, जमात-ए-इस्लामी के फ्रंट ऑर्गनाइजेशन के साथ गठबंधन करती है. असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी के साथ गठबंधन करती है.''
पात्रा ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा, ''एक बार राहुल गांधी ने कहा था कि हां हम मुसलमानों की पार्टी हैं, इस खबर को एक बड़े समाचार पत्र ने छापा भी था. लेकिन ये मुसलमानों की पार्टी भी नहीं है, ये केवल घरवालों की पार्टी है. यह रॉबर्ट वाड्रा, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की पार्टी है. इनका उद्देश्य है कि बस इन चारों का भरण पोषण होता रहे.''
उन्होंने आगे कहा, ''राहुल गांधी गठबंधन के कितने भी नृत्य कर लें लेकिन कांग्रेस का जो जहाज डूब चुका है अब फिर से उबरने वाला नहीं है. जिन पांचों राज्यों की जनता नरेंद्र मोदी के विकास युक्त सरकार को आशीर्वाद देगी, बीजेपी की सरकार बनेगी और यह जो ठगबंधन है उसकी हार होगी.''
आईएफएस के साथ गठबंधन पर भिड़े अधीर-आनंद पश्चिम बंगाल में चुनाव में अब तक कांग्रेस कहीं नजर नहीं आ रही थी-लेकिन रविवार को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में हुई लेफ्ट और कांग्रेस की रैली में जुटी भारी भीड़ के बाद अब कांग्रेस के भीतर भी हलचल है. पश्चिम बंगाल चुनाव के बहाने कांग्रेस के भीतर बड़ी कलह पैदा हो गई है. इसकी वजह बने हैं इंडियन सेक्युलर फ्रंट के प्रमुख अब्बास सिद्दीकी. जोकि लेफ्ट और कांग्रेस के गठबंधन में शामिल हैं.
इस गठबंधन पर कांग्रेस के असंतुष्ट नेता आनंद शर्मा ने सवाल उठा दिए. आनंद शर्मा ने पार्टी की नीतियों और विचारधारा की याद दिला दी. तो बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आनंद शर्मा पर तीखा हमला बोल दिया. अधीर रंजन ने कह दिया कि ऐसे बयान विरोधियों की मदद कर सकते हैं.
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