कोलकाताः पश्चिम बंगाल फतह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पुरजोर कोशिश में लगी हुई है. यही कारण है कि पार्टी की ओर से हमेशा नई नई रणनीतियों को कार्यकर्ताओं के बीच पेश किया जाता है और कार्यकर्ता उसपर अमल शुरू कर देते हैं. कभी रथ यात्रा के जरिए तो कभी रैली के जरिए बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा कर रही है वहीं विरोधियों के खेमे में सेंध लगाने के लिए भी नई रणनीति बनाती रहती है. बंगल फतह को लेकर अब बीजेपी का एक नया फॉर्मूला सामने आाय है. नई रणनीति के तहत बीजेपी की कोशिश है कि इन 45 सीटों पर जीत दर्ज की जाए.


सीटें कौन सी हैं और क्यों है संभावना?


बीजेपी के इस प्लान में उन सीटों को शामिल किया गया है जहां पार्टी ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में कुछ ज्यादा हासिल नहीं कर सकी थी. इन सीटों पर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी एकतरफा जीत हासिल की थी. अभी बीजेपी को यहां संभावना इसलिए दिखाई दे रही है क्योंकि एक तो राज्य में पार्टी का संगठन पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है तो दूसरा ये सीटें शहरी है. इन सीटों पर हिंदू वोटर की संख्या ज्यादा है. यही कारण है कि बीजेपी इन 45 सीटों पर नजर गड़ाए बैठा है.


अगर लोकसभा चुनाव 2019 को ध्यान में रखते हुए बात करें तो इन 45 सीटों में से 12 सीटों पर बीजेपी ने लीड लिया था. मतलब साफ है कि इन 45 में से कुछ सीटों पर बीजेपी पकड़ बना चुकी है यही कारण है कि 2016 विधानसभा के मुकाबले इस बार बीजेपी ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है.


2019 लोकसभा चुनाव के दौरान विधानसभा की जिन सीटों पर बीजेपी ने बढ़त बनाई थी उसे बरकरार रखने का दबाव अब बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने है. बीजेपी के नेता चाहते हैं कि इन सीटों को जीतकर अपनी झोली में डाल ली जाए इस कारण यहां जमकर मेहनत कर रहे हैं.


क्या विधानसभा दिखेगा मोदी मैजिक?


बीजेपी के नेता इस बार किसी एक रणनीति पर भरोसा करने के मूड में नहीं हैं. इस कारण अपने कार्यकर्ताओं को इन 45 सीटों पर जोर लगाने के लिए प्रेरित कर रही है. कार्यकर्ताओं को बूथ-बूथ भेजा जा रहा है जिससे कि वोटरों को अपने पक्ष में लुभाया जा सके.


किस-किस जिले में शामिल हैं ये 45 सीटें?


ये सभी 45 सीटें तीन जिलों में हैं. कोलकाता में 11, हावड़ा में 16 और हुगली में 18 सीट हैं जिसपर बीजेपी पूरी जोर आजमायिश कर रही है. बीजेपी साल 2016 के विधानसभा चुनाव में इन तीनों जिलों में कोई भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई थी.


2019 लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें तो बीजेपी कोलकाता में 3, हावड़ा में 1 और हुगली में 8 विधानसभा सीटों पर भी बढ़त दर्ज की थी. अगर पूरे राज्य की बात करें तो 2019 लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें तो 294 सीटों में से 121 सीटों पर लीड हासिल की थी.


क्या है बीजेपी का प्लान?


इन 45 सीटों पर जीत को लेकर बंगाल विजेपी के मुख्य प्रवक्ता शमीक भट्टाचार्य बताते हैं, ''हमारा संगठन पहले कमजोर था इसबार ऐसा नहीं है. हमारे पास फुल प्रूफ प्लान है. जनता को पोलिंग बूथ तक लाना है.'' अपने प्लान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता कहते हैं, ''चुनाव के लिए हमें सुबह 6.30 से शाम 6.30 तक टीएमसी के कार्यकर्ताओं के आंखों में आंखे डालकर लड़ाई करना है. टीएमसी कोशिश करेगी की बीजेपी के वोटर्स को पोलिंग बूथ से पहले ही रोक दिया जाए. हमारी कोशिश है कि उन्हें पोलिंग बूथ तक लाया जाए.''


अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को किया जाएगा शामिल


बीजेपी प्रवक्ता ने बताया, ''हर एंट्री और एग्जिट के पास हमारे कार्यकर्ता इस बार मौजूद रहेंगे. इस बार इन तीन जिलों में पार्टी के कार्यकर्ता बढ़े हैं सभी कार्यकर्ताओं को अलग-अलग काम में लगाया जाएगा. सिंगूर जैसे जगह पर भी लोग बीजेपी में शामिल हो रहे है.''


उन्होंने बताया कि हर विधानसभा में कम से कम 1000 कार्यकर्ता चुनाव से पहले और चुनाव के दिन काम करेंगे. चुनावी कार्य में अल्पसंख्यक वालंटियर्स को भी शामिल किया गया है. इस बार बीजेपी को नॉर्थ बंगाल और जंगल महल समेत मिदनापुर में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.


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