पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 45 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर बुधवार की शाम 6 बजे थम गया. इस चरण के दौरान राज्य के 6 जिलों वोटिंग होगी. इससे पहले, हुए चार चरणों के दौरान 294 में से 135 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला जनता ने तय कर दिया. बाकी बची 159 विधानसभा सीटों पर 17 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल के बीच वोटिंग होगी.
पहले खत्म किया गया चुनाव प्रचार
चुनाव प्रचार पहले ही खत्म हो गया क्योंकि चुनाव आयोग ने शनिवार को यह फैसला किया था कि पांचवें चरण के दौरान प्रचार पर रोक का समय बढ़ाकर 72 घंटे किया जाए ताकि निष्पक्ष, भयमुक्त और शांतिपूर्वक चुनाव कराया जा सके. चुनाव आयोग ने यह फैसला कूचबेहार के सीतलकुची में सुरक्षाबलों की फायरिंग में मारे गए चार लोगों के बाद किया, जो पांचवें चरण के चुनाव प्रचार के दौरान बड़ा मुद्दा बना था.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कई राजनेताओं ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर वोटरों को लुभाने में कोई कर कसर नहीं छोड़ी. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जहां बर्धमान में दो सभाओं से पहले नॉर्त 24 परगना में रोड शो किया तो वहीं दूसरी तरफ केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी नॉर्थ 24 परगना में रैलियों में शामिल होने से पहले बर्धमान में एक रोड शो में शामिल हुई.
इससे पहले, जेपीनड्डा ने सुबह एक कार्यक्रम के दौरान टीएमसी चीफ ममता बनर्जी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार दलितों के लिए बहरी हो गई है. दूसरी तरफ, टीएमसी चीफ और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार की सुबह कूचबिहार के मथभंगा का दौरा कर उन पीड़ित परिवारों से मुलाकात की जिनकी 10 अप्रैल को चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सीतलकुची में जान चली गई थी.
5वें चरण के आखिरी दिन में नेताओं ने झोंकी पूरी ताकत
इसके बाद ममता बनर्जी ने नादिया के हरिथंगा में रैली से पहले जलपाईगुड़ी में सार्वजनिक सभाएं की. धुपगुड़ी में एक रैली के दौरान ममता ने कहा कि राज्य में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होने सीतलकुची घटना की विस्तृत जांच शुरू करने का वादा भी किया.
संयुक्त मोर्चा के नेता भी पांचवें चरण के आखिरी दिन पार्टी उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार अभियान में व्यस्त रहे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने माटीगारी-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया.
कब-कहां चुनाव
पहले चरण के तहत राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को वोटिंग हुई. दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल को वोट डाले गए. तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल चौथे चरण के तहत पांच जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल को वोटिंग हुई.
पांचवें चरण के तहत छह जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोटिंग हुई. इसके बाद छठे चरण के तहत चार जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत पांच जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत चार जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा.