पश्चिम बंगाल चुनाव में अब तक दो चरण की वोटिंग हो चुकी है और तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. बंगाल के सियासी मैदान में उतरे राजनीतिक दलों की तरफ से जमकर चुनाव प्रचार किया जा रहा है. इस बीच हाल में टीएमसी से बीजेपी में आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने अपने आदर्शों को बदल लिया है. एबीपी न्यूज से खास बात करते हुए शुक्रवार को दिनेश त्रिवेदी कहा कि TMC उन्होंने नहीं छोड़ी, बल्कि पार्टी ने उन्हें छोड़ा है.
बीजेपी नेता ने कहा– टीएमसी की स्थापना के वक्त हम भी ममता बनर्जी के साथ थे. पहले पार्टी में आदर्श था. पहले पैसा नहीं था. लेकिन अब पार्टी के पास पैसा है लेकिन उसमें आदर्श नहीं है. इसके साथ ही, जनता भी अब पार्टी के साथ नहीं रही.
दिनेश त्रिवेदी ने कहा- मेरे पास ये विकल्प था कि एक परिवार की सेवा करें या फिर देश की सेवा करें. हम सार्वजनिक सेवा में परिवार की सेवा करने नहीं आते हैं, राजनीति में दान या दक्षिणा नहीं होती. यदि कोई टिकट देता है या जीतवाता है तो वो है जनता. राजनीति में जनता सर्वोपरि है.
उन्होंने आगे कहा- यदि शुभेंदु को ममता ने कुछ दिया तो नंदीग्राम में वे क्यों हारने वाली हैं. मेरे पास साढे पांच साल और राज्यसभा में पड़े थे. कहीं ना कहीं उसूल होता है. उस वक्त भी उसूल से ममता बनर्जी हट गई थी.
BJP नेता ने कहा- जयश्रीराम हिन्दुस्तान की परंपरा है, यह हिन्दुस्तान से अलग नहीं रह सकती है. ये हमारी संस्कृति है और ये नारे जनता देती है. उन्होंने कहा कि टीएमसी के लिए सिर्फ 30 फीसदी लोग जो वोटबैंक माने जाते थे वहीं सबकुछ थे लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया. मुस्लिम वर्ग भी आज ममता बनर्जी के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को मंच से गोत्र बताना पड़ता है, इससे दुखी कुछ नहीं हो सकता है. राज्यसभा या लोकसभा ही मेरी मंजिल होती तो क्या छोड़ता. टीएमसी परिवार विशेष की सेवा करती है देश की नहीं. बीजेपी जनता के आशीर्वाद से चुनाव जीतने जा रही है.
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