कोलकाता: पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने सोमवार को अपना घोषमापत्र जारी किया. बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की मौजूदगी में पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी किया है. कांग्रेस का घोषणापत्र बीजेपी के संकल्प पत्र के एक दिन बाद आया है. बंगाल में 27 मार्च से चुनाव शुरू हो रहे हैं.


कांग्रेस के घोषणापत्र की मुख्य बातें




  • कानून का शासन स्थापित करना

  • शिक्षा के क्षेत्र में विकास

  • स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार

  • उद्योग की स्थापना और संस्कृति का संरक्षण

  • सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना


कांग्रेस ने घोषणा पत्र में कहा कि वह चीजों को मुफ्त में बांटने की राजनीति में यकीन नहीं करती है, बल्कि पश्चिम बंगाल का चहुंमुखी विकास सुनिश्चित करना चाहती है. पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बंगाल ने बीसी रॉय के कार्यकाल में काफी प्रगति की थी और वह राज्य में कई भारी उद्योग लेकर आए थे. उन्होंने कहा कि पार्टी ने आठ मुद्दों को रेखांकित किया है, जिनका वह सत्ता में आने पर निदान करेगी.


कांग्रेस अगर सरकार बनाती है तो वह राज्य की कानून और व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, औद्योगीकरण और रोजगार सृजन को तरजीह देगी. घोषणापत्र में किसानों के विकास के लिए कदम उठाने का भी वादा किया गया है, जिसमें सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाली बिजली पर कम से कम 20 फीसदी सब्सिडी देना शामिल है. पार्टी ने आश्वासन दिया कि वह शिक्षा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, राज्य की संस्कृति, विरासत और कला को संरक्षित करेगी और राज्य के हर घर को स्वच्छ पेयजल प्रदान करेगी


लोगों से टीएमसी और बीजेपी को चुनने की गलती नहीं करने की अपील करते हुए कांग्रेस नेता ने दावा किया, “वे एक डंठल के दो फूल हैं. हमने नया नारा बनाया है-- ‘ अपना हाथ बढ़ाओ, बंगाल बचाओ.’ सिर्फ हमारी ही पार्टी राज्य के भविष्य की भलाई के लिए काम कर सकती है.”


अधीर रंजन चौधरी ने माना कि कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशियों के चयन पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, “प्रदर्शन दिखाते हैं कि कई लोग कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने में दिलचस्पी रखते हैं, जो अच्छा संकेत है. हमारे कोटा में सीटें सीमित हैं और यही कारण है (हम सबको खुश नहीं कर पाए).” कांग्रेस गठबंधन के तहत 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा में आठ चरणों में चुनाव होगा.


बता दें कि बंगाल में कांग्रेस लेफ्ट मोर्चा और आईएसएफ के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. सीट शेयरिंग के तहत कांग्रेस के खाते में 92 सीटें आई हैं. बाकी बची हुई सीटें लेफ्ट मोर्चा और आईएसएफ को दी गई हैं. राज्य में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं.


बंगाल में आठ चरणों में होंगे चुनाव


पश्चिम बंगाल विधानसभा की कुल 294 सीटों पर आठ चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी, जहां 30 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 1 अप्रैल को 30 सीटों पर दूसरे चऱण के तहत वोटिंग होगी. तीसरे चरण की वोटिंग 6 अप्रैल को होगी जिसके तहत 31 विधानसभा सीटों के लिए लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. 10 अप्रैल को चौथे चरण के तहत 44 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पांचवें चरण में 17 अप्रैल को 45 सीटों पर वोटिंग होगी. छठे चरण के लिए 22 अप्रैल को 43 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. सातवें चरण के तहत 36 सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. आखिरी और आठवें चरण में 35 सीटों पर वोटिंग होगी.


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