कोलकाताः पश्चिम बंगाल चुनाव में राजनीति के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. कहीं कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबर आ रही है तो कहीं कार्यकर्ता एक दूसरे से गले मिलते नजर आ रहे हैं. मेल-मिलाप का एक ऐसा ही मामला इन दिनों श्यामपुकुर में देखने को मिल रहा है. बीजेपी के नेताओं जैसे ही इस बात की भनक लग रही है कि फलां व्यक्ति वाम समर्थक है तो तुरंत पार्टी के प्रत्याशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं की टीम घर पहुंच जा रही है. इस संबंध में बीजेपी उम्मीदवार ने बताया कि ऐसा वह दोस्ती बढ़ाने के लिए कर रहे हैं.
बीजेपी उम्मीदवार संदीपन विश्वास को विरोधी दल टीएमसी की इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि बंगाल में बीजेपी ने वाम दलों के साथ हाथ मिला लिया है. उनका कहना है कि मैंने अपनी स्ट्रेटेजी बनाई है कि मुझे कैसे चुनाव लड़ना है.
बीजेपी उम्मदीवार वाम समर्थकों से मिलने के बाद कहते हैं, ''इस बार वाम नही बल्कि राम के नाम पर वोट दीजिए. क्योंकि तृणमूल कांग्रेस सत्ता से हट गई तो लेफ्ट ही फिर से विरोधी पार्टी बनेगी और इसके आगे कभी न कभी सत्ता में भी आ सकती है.''
कुछ दिन पहले संदीपन विश्वास इलाके के सीपीआई के नेता करुणा सेनगुप्ता से भी मिले थे. गुरुवार को वह सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व काउंसिलर सलिल चटर्जी से भी मिले.
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