बंगाल: कोरोना के चलते लेफ्ट का 'राइट' कदम- बड़ी रैलियां रद्द, डोर टू डोर कैंपेन पर जोर
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लेफ्ट पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच बड़ा फैसला लिया है. पार्टी ने एलान किया है कि वह सभी बड़ी रैलियों को रद्द कर देगा और डोर टू डोर कैंपेन पर जोर देगा.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच वाम दलों की ओर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. वाम दलों ने एलान किया है कि वह राज्य में बड़ी रैलियां नहीं करेगा. पार्टी ने यह भी कहा है कि पहले से तय रैलियां भी कैंसिल कर दी जाएगी. माना जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए वाम दलों ने यह फैसला लिया है. रैलियां रद्द करने के बाद पार्टी ने कहा है कि हमारे नेता डोर टू डोर कैंपेन और सोशल मीडिया के जरिए लोगों के पास पहुंचेंगे.
बीजेपी-टीएमसी का क्या है रुख
रैली रद्द करने को लेकर वाम दलों के अलावे अभी तक किसी भी पार्टी ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि बीजेपी और टीएमसी रैली जारी रखेगी या रोक देगी इस संबंध में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है.
इस बार के विधानसभा चुनाव में वाम दल कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में है. इस चुनाव में वाम दल 150 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. अपने उम्मदीवारों को जितान के लिए कई बड़े नेता मैदान में है.
साल 2016 की स्थिति
बता दें कि साल 2016 विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 211, कांग्रेस ने 44, सीपीएम ने 26, बीजेपी 3 और एआईएफबी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके अलावा अन्य उम्मीदवारों ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
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