अब इस राज्य में सस्ता हुए पेट्रोल-डीजल, राज्य सरकार ने कर में किया कटौती का ऐलान
अमित मित्रा ने कहा, ‘‘केंद्र को पेट्रोल से कर के तौर पर 32.90 रुपये प्रति लीटर (20 फरवरी को) प्राप्त होता है, जबकि राज्य को सिर्फ 18.46 रुपये के करीब ही मिलते हैं. डीजल के मामले में, केंद्र सरकार को मिलने वाला कर 31.80 रुपये प्रति लीटर है, जबकि राज्य को करीब 12.77 रुपये ही मिलते हैं.’’
पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को पेट्रोल और डीजल पर कर में एक रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की, जो 22 फरवरी की आधी रात से लागू हो गई. राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि इस कदम से लोगों को ईंधन की कीमतों में हुई वृद्धि से कुछ राहत मिलेगी. अमित मित्रा ने कहा, ‘‘केंद्र को पेट्रोल से कर के तौर पर 32.90 रुपये प्रति लीटर (20 फरवरी को) प्राप्त होता है, जबकि राज्य को सिर्फ 18.46 रुपये के करीब ही मिलते हैं. डीजल के मामले में, केंद्र सरकार को मिलने वाला कर 31.80 रुपये प्रति लीटर है, जबकि राज्य को करीब 12.77 रुपये ही मिलते हैं.’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने उपकर लगाया है, ताकि इस राशि में से राज्यों को उनका हिस्सा नहीं देना पड़े, यह ‘‘देश के संघीय ढांचे की विशेषताओं के खिलाफ’’ है. मित्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र सरकार को फिर से योजना आयोग को अस्तित्व में लाना चाहिए.
बाद में राज्य के वित्त मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि ईंधन पर कर में छूट 30 जून तक वैध होगी. मित्रा ने कहा, ‘‘आम आदमी के बोझ को कम करने के लिए, राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर देय बिक्री कर पर प्रति लीटर 1 रुपये की छूट की अनुमति देने का फैसला किया है जो कि 22 फरवरी, 2021 की मध्यरात्रि से 30 जून, 2021 के दिन तक लागू होगी.’’
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार ने ईंधन का उत्पादन कम कर दिया है और अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए विनिर्माण देश कम ईंधन का उत्पादन कर रहे हैं. इससे उपभोक्ता देश त्रस्त हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने आगे कहा कि हम लगातार ओपेक (OPEC) और ओपेक प्लस देशों से आग्रह करते रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए. हमें उम्मीद है कि बदलाव जल्द होगा.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "एक और कारण कोविड (Covid) है. हमें विभिन्न विकास कार्य करने हैं. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार कर (Tax) एकत्र करते हैं. विकास कार्यों पर खर्च करने से अधिक रोजगार पैदा होंगे. सरकार ने अपने निवेश में वृद्धि की है और इस बजट में 34% अधिक पूंजी व्यय किया जाएगा." उन्होंने आगे कहा, "राज्य सरकार के खर्च में भी वृद्धि होगी. यही कारण है कि हमें इस कर की आवश्यकता है लेकिन संतुलन की आवश्यकता भी है. मेरा मानना है कि वित्त मंत्री कोई रास्ता निकाल सकते हैं."
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना सुबह 6 बजे बदलाव होता है. सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है. विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है.
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