WB Panchayat Poll 2023: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस की प्रशासन को हिदायत, कहा- 'लोकतंत्र के ताबूत में आखिरी कील...'
Bengal Panchayat Elections 2023: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह हिंसा वाले क्षेत्रों का दौरा करते रहेंगे ताकि उन्हें स्थिति की जानकारी मिल सके.
CV Ananda Bose Remarks: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले हुई झड़प को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने प्रशासन को सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने गुरुवार (29 जून) को कहा कि ‘लोकतंत्र के ताबूत में आखिरी कील’ उसके संरक्षक के हाथों नहीं ठोकी जानी चाहिए.
बोस ने सिलीगुड़ी सर्किट हाउस में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और कहा कि इस राज्य की मौजूदा स्थिति बहुत परेशान करने वाली' है.
राज्यपाल करेंगे और दौरा
राज्यपाल बोस ने कहा, ''लोकतंत्र के ताबूत में आखिरी कील उसके संरक्षक के हाथों ही नहीं ठोकी जानी चाहिए. हमें इसका ध्यान रखना चाहिए.'' राज्यपाल ने कहा कि वह हिंसा वाले क्षेत्रों का दौरा करते रहेंगे ताकि उन्हें स्थिति की जानकारी मिल सके.
उन्होंने कहा, ‘‘जमीन पर जो कुछ भी हो रहा है, वह बहुत परेशान करने वाला है. अदालत ने अपनी विभिन्न घोषणाओं और टिप्पणियों में भी इसे दर्शाया है. हम निश्चित रूप से गौर करेंगे कि वर्तमान प्रवृत्ति में बदलाव हो और समाज में शांति और सद्भाव कायम हो.''
बंगाल में हिंसक घटनाओं में गई 8 की जान
उन्होंने कहा, ''हर नागरिक स्वतंत्र रूप से और निडर होकर अपना मतदान कर सकेगा- यह प्रतिबद्धता है और हम इसे आगे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं क्षेत्र में जा रहा हूं. मुझे क्षेत्र में अनुभव लेना अच्छा लगता है.''
पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल किए जाने के दौरान पिछले दो हफ्तों में झड़प में राज्य में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. राज्यपाल कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि बैठक में विपक्ष ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों की तरफ कथित तौर पर धमकी दिए जाने के कारण कई उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल नहीं कर पाने को लेकर चिंता जताई.
8 जुलाई को होगा मतदान
राज्य में आठ जुलाई को पंचायत चुनाव होने हैं और इसके लिए नामांकन प्रक्रिया 15 जून को समाप्त हो गई. विपक्ष ने मांग की कि चुनाव बाद हिंसा की आशंका के मद्देनजर 11 जुलाई को मतगणना के छह सप्ताह बाद तक केंद्रीय बलों की तैनाती की जानी चाहिए.
बैठक में बीजेपी सांसद राजू बिस्ता के नेतृत्व में दार्जिलिंग क्षेत्र से बीजेपी के गठबंधन सहयोगियों का एक प्रतिनिधिमंडल मौजूद था. सूत्रों ने बताया कि बैठक में बिमल गुरुंग और हाम्रो पार्टी के प्रमुख अजय एडवर्ड्स मौजूद नहीं थे.
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