पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ का आरोप - मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है लोकतंत्र और संविधान का खात्मा
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पर निशाना साधा.
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के राजनीतिक हालातों और वहां के कानून व्यवस्था को लेकर पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है.
(नोट-इससे पहले हमने इस खबर में आपको बताया था कि राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी थी. यह जानकारी गलत थी. इस चूक के लिए हमें खेद है.)
धनकड़ ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र और संविधान की अनदेखी की जा रही है. पश्चिम बंगाल के हालात ऐसे हैं जहां पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और जो विपक्षी दल की के राजनैतिक कार्यकर्ता हैं उनके खिलाफ राजनीतिक हिंसा होती है और प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है. ऐसा इस वजह से होता है क्योंकि ऐसी घटनाओं को मुख्यमंत्री का शह मिलता है. पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने यह बात कही दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद.
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उपर निशाना साधा. हालांकि इस दौरान जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी का नाम तो नहीं लिया लेकिन बिना नाम लिए ही यह बताया कि पश्चिम बंगाल में जो हालात हैं वह ऐसे हैं जहां पर लोकतंत्र और संविधान मायने नहीं रखता और यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर होता है.
जगदीप धनखड़ के मुताबिक उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान पश्चिम बंगाल के राजनीतिक हालातों के बारे में तो जानकारी दी ही लेकिन उसके साथ ही पश्चिम बंगाल को हिंसा और राजनीतिक हिंसा से मुक्त कराने की मांग भी की.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का कहना है कि वह पश्चिम बंगाल के हालातों को लेकर लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से चर्चा करना चाहते हैं जिससे की हालत सुधर सकें लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री कुछ सुनना ही नहीं चाहती. हालत यह है कि पश्चिम बंगाल में पुलिस और प्रशासन भी राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह ही काम करती है. धनकड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह के हालात हैं उनको देखकर ऐसा लगता है कि पुलिस और प्रशासन का भी वहां पर राजनैतिकरण हो गया है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल के राजनैतिक हालातों पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और गवर्नर होने के नाते मेरी जिम्मेदारी यह है कि राज्य में निष्पक्ष चुनाव हो. धनकड़ ने कहा कि मुझे इससे नहीं मतलब कि वहां कौन जीतता है या कौन हारता लेकिन निष्पक्ष चुनाव होना जरूरी है. धनकड़ ने इस बारे में भी केंद्रीय गृह मंत्री को अपनी रिपोर्ट भी सौंपी है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा कि पश्चिम बंगाल में हालात ऐसे हैं जहां पर हर हफ्ते कई अवैध हथियार और बम बनाने की फैक्ट्रियां मिलती हैं. हर हफ्ते कई घटनाएं घटती है यहां तक कि अलकायदा जैसे आतंकी संगठन पश्चिम बंगाल में अपने पैर पसारता जा रहा है. गवर्नर धनकड़ ने कहा कि वहां पर आतंकी पकड़े जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती. लेकिन राजनैतिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ बदले की भावना से प्रेरित कार्रवाई की जाती है और यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर होता है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम भले ही ना लिया हो लेकिन मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हालत यह है कि सीएम सीधे थाने के एसएचओ को तक निर्देश देती हैं कि किस मामले की जांच कैसे करनी है. इतना ही नहीं मामले में जांच किस दिशा में आगे बढ़ रही है इसकी भी जानकारी लेती हैं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा की पश्चिम बंगाल के हालात ऐसे हैं कि पुलिस भी सरकार के इशारे पर काम करती है. लिहाजा पश्चिम बंगाल के गवर्नर होने के नाते मेरी जिम्मेदारी यह है कि मैं पुलिस स्टेशन को एक राजनीतिक पार्टी का कैंप ऑफिस ना बनने दूं.
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच इस तरह से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला पिछले काफी वक्त से चल रहा है. जहां जगदीप धनखड़ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर संविधान और कानून की अनदेखी कर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाते हैं. तो वहीं ममता बनर्जी जगदीप धनखड़ पर चुनी हुई सरकार के काम में जबरन हस्तक्षेप करने, काम ना करने देने और एक राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ता की तरह फैसले लेने के प्रत्यारोप लगाते हैं.
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