पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उत्तर बंगाल का दौरा करते हुए कानून व्यवस्था का हवाला देकर राज्य की ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला. इसके साथ ही, उन्होंने यह सवाल पूछा है कि आखिर ममता बनर्जी की सरकार चुप क्यों हैं.


जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि राज्य में स्थिति बहुत खराब है. उन्होंने कहा कि मैं उत्तर बंगाल आया हूं क्योंकि यहां बहुत हिंसा की घटनाएं हुईं हैं. धनखड़ ने आगे कहा- मैं मीडिया और भद्रलोग से यह अपील करता हूं कि वे अपनी चुपी तोड़ें जिससे बंगाल में यह हिंसा बंद हो पाए.


बंगाल के राज्यपाल ने आगे कहा कि राज्य के लोग काफी डरे हुए हैं. कोई पुलिस में शिकायत करने के लिए जाने को तैयार नहीं है. लोग थाना जाने से भी डरते हैं. ऐसे में खुद मुख्यमंत्री क्यों चुप हैं. उन्होंने आगे कहा कि शुतुर्मुर्ग जैसा व्यवहार बंद करना होगा.


धनखड़ ने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. अगर यहां पर ऐसा है तो यह सत्तावादी व्यवहार है. गौरतलब है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार हिंसक घटनाओं को खारिज करती रही है और विपक्षी दलों को बदनाम करने की कोशिश बताती रही है.


इससे पहले, बीते हफ्ते गुरुवार को भी राज्यपाल धनखड़ ने नई दिल्ली में अमित शाह के साथ मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच बंगाल के मौजूदा हालात और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा हुई है. राज्यपाल धनखड़ ने गृह मंत्री को 'बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति' के बारे में जानकारी दी. धनखड़ ने गुरुवार सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी.


पश्चिम बंगाल में 'बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर धनखड़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ आमने-सामने हैं. धनखड़ ने हालांकि कहा कि राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी. धनखड़ ने 2 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हिंसा प्रभावित राज्य के कई हिस्सों का दौरा किया था और लोगों से बात की थी. 


ये भी पढ़ें: गृह मंत्री अमित शाह से दोबारा मिले बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़, कयासों का दौर जारी