Durga Puja Guidelines: पश्चिम बंगाल सरकार ने दुर्गा पूजा के लिए दिशानिर्देश जारी किए है. इसमें कहा गया है कि सभी तरफ से पंडाल खुले रखे जाएं. किसी तरह की कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी गई है. गाइडलाइंस में कहा गया है कि महामारी के बीच मनाए जा रहे पर्व के दौरान स्वास्थ्य और सेफ्टी का खयाल रखना जरूरी है.


दिशा निर्देश में क्या कुछ कहा गया है?



  • पंडाल चारों तरफ से खुले रहेंगे

  • पंडालों के भीतर उचित जगह (स्पेस) होना चाहिए

  • अगल-अलग एंट्री और एग्जिट गेट होने चाहिए

  • पंडालों में मास्क और हैंड सैनिटाइज की व्यवस्था सुनिश्चित हो

  • पर्याप्त वॉलंटियर्स की संख्या हो

  • प्रसाद वितरण और सिंदूर खेल छोटे ग्रुप्स में हों

  • पंडालों के भीतर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इजाजत नहीं होगी

  • लोगों की जागरूकता के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाए


बता दें कि पश्चिम बंगाल में बुधवार को महालया के अवसर पर लाखों लोगों ने तर्पण किया जिसके साथ ही दुर्गा पूजा की शुरुआत हो गई. कोविड-19 महामारी के बीच राज्य भर में लोगों ने हुगली समेत विभिन्न नदियों और जलाशयों के तटों पर अपने पितरों को श्रद्धांजलि दी. आकाशवाणी पर सुबह ‘महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र’ का प्रसारण किया गया. आकाशवाणी पर महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का प्रसारण 1930 के दशक में शुरू हुआ था और तभी से महालया की सुबह इसका प्रसारण किया जाता है. यह स्तोत्र देवी दुर्गा को समर्पित है. अधिकारियों ने बताया कि नदी यातायात पुलिस की किसी अनहोनी टालने के लिए हुगली नदी के तटों पर कड़ी नजर थी. कोलकाता के 18 घाटों पर, जहां लोग तर्पण कर रहे हैं, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए.


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