पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक कैंप में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान ने सहकर्मी की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद को गोली मार ली, जिससे उसकी भी मौत हो गई. एक अधिकारी ने बताया कि घटना भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास काकमारीचर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कैंप में तड़के 6 बचकर 45 मिनट पर हुई.
कैंप अर्धसैनिक बल के बरहामपुर सेक्टर के अंतर्गत स्थित है, जो राज्य की राजधानी कोलकाता से लगभग 230 किलोमीटर दूर है. अधिकारियों के अनुसार, दोनों को स्थानीय पुलिस ने तलब किया था, जिसके बाद उनके बीच झड़प हो गई.
गौरतलब है कि पंजाब के अमृतसर में एक कैंप में बीएसएफ के पांच कर्मियों के मारे जाने के एक दिन बाद यह घटना सामने आई है. इस घटना में चार जवान और उनपर गोली चलाने वाला जवान भी मारा गया था.
अधिकारियों ने कहा कि हेड कांस्टेबल जॉनसन टोप्पो ने कथित तौर पर अपने सहयोगी हेड कांस्टेबल एसजी शेखर को अपनी सर्विस राइफल से गोली मार दी. अधिकारियों ने कहा कि वे दोनों बल की 117 वीं बटालियन से संबद्ध थे. उन्होंने बताया कि यह घटना तब हुई जब वे सीमा पर नाइट ड्यूटी खत्म कर अपनी चौकी पर लौटे थे.
अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें सोमवार सुबह 10 बजे रामनगर पुलिस थाने में पेश होने के लिए समन जारी किया था, जिसके बाद कथित तौर पर दोनों सैनिकों के बीच टकराव हो गया और टोप्पो ने शेखर पर गोली चला दी. मामला पिछले साल सीमा पर एक किसान को कथित तौर पर हिरासत में लेने से संबंधित है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि बीएसएफ ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया है. पुलिस में मामला भी दर्ज कर लिया गया है. घटनास्थल पर बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं.