West Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं, इस चुनाव से पहले राज्य में जमकर हिंसा देखी गई. वहीं टिकट बंटवारे को लेकर भी खूब बवाल हुआ. टीएमसी के भी कई नेताओं ने टिकट कटने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया, जिसके बाद अब पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने एक बार फिर इस बात को दोहराया है कि उन तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, जो पार्टी के खिलाफ जाकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. 


कई जिलों से निकाले जाएंगे नेता
इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि करीब 52 टीएमसी कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. जिनमें अलग-अलग जिलों के नेता शामिल हैं. इनमें दक्षिण दिनाजपुर में 19, मालदा में पांच, नादिया में 21 और बांकुरा में एक टीएमसी कार्यकर्ता शामिल है, जिन्हें निष्कासित करने की तैयारी है. 


पार्टी के दरवाजे होंगे बंद
इसे लेकर टीएमसी की तरफ से पहले ही अपना रुख साफ कर दिया गया है. टीएमसी के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने साफ कहा है कि जिन नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा है उन्हें किसी भी हाल में वापस नहीं लिया जाएगा. वो अगर पंचायत चुनाव में जीत भी हासिल करते हैं, तो भी उनके लिए पार्टी के दरवाजे बंद ही रहेंगे. इसके अलावा सीएम ममता बनर्जी भी ये बात दोहरा चुकी हैं, उन्होंने एक चुनावी जनसभी के दौरान कहा था कि टिकट कटने पर उम्मीदवार चाहें तो निर्दलीय लड़ सकते हैं, लेकिन उनके लिए पार्टी में वापसी के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे. 


कार्यकर्ताओं को सख्त मैसेज
टीएमसी नेताओं ने ऐसे कार्यकर्ताओं को सख्ती से मैसेज देते हुए कहा है कि जो भी व्यक्तिगत तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं, या फिर जिन्होंने अपने रिश्तेदारों को प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया है उन सभी को पार्टी से निकाला जाएगा. बता दें कि पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे, जिसके बाद 11 जुलाई को नतीजे जारी होंगे. इससे पहले राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे हैं. 


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