WB Panchayat Elections 2023: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में शनिवार (17 जून) को केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रामाणिक के काफिले पर हमला हुआ. पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लेकर भी पिछले एक हप्ते में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक घटनाएं हुई.
इसको लेकर बीजेपी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) में जुबानी जंग तेज हो गई ही. इसी बीच बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ''बंगाल में हिंसा बहुत स्वाभाविक है. हिंसा और बंगाल एक दूसरे का पर्यायवाची है. जब भी चुनाव होता है तब हिंसा होती है. सीएम ममता बनर्जी उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी, पुलिस, गुंडे सब मिल कर यहां हिंसा करते हैं. आम नागरिक को कोई संरक्षण नहीं है.''
दरअसल बीजेपी नेता निशीथ प्रामाणिक का काफिले पर साहिबगंज इलाके में उस समय हमला हुआ जब वह प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) के ऑफिस जा रहे थे. बीडीओ कार्यालय में आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है.
निशीथ प्रामाणिक ने क्या दावा किया?
निशीथ प्रामाणिक ने दावा किया कि वह टीएमसी वर्करों के बीडीओ कार्यालय जाने वाली सड़क को बाधित करने की सूचना मिलने के बाद वहां जा रहे थे, उन्होंने आरोप लगाया कि जब मैं बीडीओ कार्यालय जाने की कोशिश कर रहा था, तब मेरे काफिले पर पथराव किया गया और बम फेंके गए. टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई की और हमारे उम्मीदवारों के नामांकन पत्र को नष्ट कर दिया गया. यह शर्मनाक है कि वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
प्रामाणिक ने यह भी दावा किया कि बीजेपी वर्करों धारा 144 लागू होने का हवाला देकर बीडीओ कार्यालय जाने से रोका गया,जबकि टीएमसी कार्यकर्ताओं को ऑफिस परिसर के बाहर जमा होने की अनुमति दी गई.
टीएमसी ने दिया ये जवाब
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने मामले पर कहा कि बीजेप अपने वर्करों के जरिए राज्य के शांतिपूर्ण महौल को भंग करने की कोशिश कर रही है. पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान कई स्थानों पर हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैंय
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