West Bengal Panchayat Election 2023: पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में जुबानी घमासान देखने को मिल रही है. सत्ताधारी टीएमसी चुनाव में जहां अपनी धाक बरकरार रखने की जुगत में लगी हुई है. वहीं, कांग्रेस, माकपा (सीपीएम) और बीजेपी अपनी मौजूदगी मजबूती के साथ दर्ज करवाने की कोशिश कर रही हैं. 


हालांकि, सीएम ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के हौसले बुलंद दिख रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में मदन मित्रा ने कहा, "हम लोग खेल खिलाड़ी का खलेंगे. इस खेल का जवाब 10 जून मिलेगा (रिजल्ट का दिन). उन्होंने कहा कि रिजल्ट के दिन 8 बजे के बाद बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस के घर में मीडिया नहीं चलेगा... मीडिया सिर्फ टीएमसी के घर में चलेगा."


विपक्ष बंदूक-गोली सब चला रहा है


मदन मित्रा ने पंचायत चुनाव से पहले बंगाल में फैली हिंसा को लेकर कहा कि जो टीएमसी के विरोध में हैं वो पार्टी बंदूक-गोली सब चला रहे हैं. इन घटनाओं में पुलिस भी घायल हो रही है. मगर, हजारों बूथ में एक-दो बूथ में हिंसा हो रह है तो वो भी दुख की बात है. टीएमसी इसे शांत करवाने की कोशिश कर रही है.


मेरा देश महान है, कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम शैतान हैं


टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा, चुनाव में अभी तक ममता बनर्जी सड़क पर नहीं आई हैं... अभिषेक बनर्जी ने अकेले ये साबित कर दिया कि वो कांग्रेस, माकपा और बीजेपी से लड़ने के लिए काफी है. मित्रा ने कहा, "मेरा देश महान है, कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम हैं शैतान."



चौथे दिन भी हिंसा हुई


वहीं, पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किए जाने के चौथे दिन भी हिंसा हुई और राज्य के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में बम फेंके गए जिससे कई लोग घायल हो गए. यह घटना बिजयगंज बाजार के पास हुई जो प्रखंड विकास कार्यालय (बीडीओ) से एक किलोमीटर से भी कम दूर है.


स्थानीय टीवी चैनलों पर प्रसारित फुटेज में दिखाया गया है कि अज्ञात बदमाशों ने बम फेंके जाने के बाद पुलिस कर्मी और पत्रकार भाग रहे हैं. इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी आईएसएफ ने एक दूसरे पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया. राज्य के कई जिलों में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के पहले दिन नौ जून से ही हिंसा की घटनाएं हो रही हैं.


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